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    एलएसी की सुरक्षा का जायजा लेने लेह-लद्दाख जाएंगे राजनाथ

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Sun, 13 Sep 2015 12:21 PM (IST)

    गृहमंत्री राजनाथ सिंह 15 सितंबर को लेह-लद्दाख के दौरे पर जाएंगे। वह वहां पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास आईटीबीपी की तैनाती का भी जायजा लेंगे। चीन से लगती सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए राजनाथ का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि

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    नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह 15 सितंबर को लेह-लद्दाख के दौरे पर जाएंगे। वह वहां पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास आईटीबीपी की तैनाती का भी जायजा लेंगे। चीन से लगती सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए राजनाथ का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के बयान का जिक्र करते हुए कहा है कि वह कहते थे कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन मित्र नहीं। उन्होंने सभी पड़ोसी देशों से दोस्ताना संबंध बनाने की बात दोहराई है। गौरतलब है कि शुक्रवार को लद्दाख में एलएसी के पास भारत और चीन के सैनिक एक बार फिर आमने-सामने आ गए थे।

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    अधिकारियों के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों ने उत्तरी लद्दाख के बत्र्से नामक स्थान पर अस्थाई झोपड़ी बना ली थी। इसे आइटीबीपी और सेना के जवानों ने शुक्रवार को गिरा दिया। यह वही इलाका है, जहां पर अप्रैल 2013 में चीनी सैनिकों ने कैंप बना लिया था। इसके चलते तीन सप्ताह तक दोनों देशों के बीच गतिरोध बना रहा था।

    जम्मू-कश्मीर की सीमा से सटे इलाकों के तीन दिवसीय दौरे पर राजनाथ सिंह साम्बा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के लिए बनाये गए अफसर मेस का उद्घाटन करेंगे। मंगलवार से शुरू हो रही इस यात्रा के दौरान वह संभवत: उन सेक्टरों की चौकियों पर भी जाएंगे जहां अकसर संघर्षविराम का उल्लंन होता रहता है। गृहमंत्री उसके बाद पूर्वी लद्दाख के चुमार क्षेत्र में जाएंगे जहां सितंबर 2014 में भारतीय और चीनी सेना के बीच तनातनी हो गयी थी। उसके बाद वह हॉट स्प्रींग में पुलिस स्मारक और थाकुंग तथा चुशुल स्थित आईटीबीपी के पोस्ट पर भी जाएंगे। राजनाथ सिंह चीन-भारत सीमा पर स्थिति का जायजा लेंगे और सीमा की सुरक्षा करने वाले आईटीबीपी के सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे। संभावना है कि वह सीमावर्ती इलाकों में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में स्थानीय प्रशासन और सीमा सडक संगठन के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

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