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कर्नाटक सरकार गठन को लेकर अब SC पहुंची हिंदू महासभा, कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार

अखिल भारत हिंदू महासभा ने कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन को सरकार बनाने के राज्यपाल के आमंत्रण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 07:56 AM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 12:21 PM (IST)
कर्नाटक सरकार गठन को लेकर अब SC पहुंची हिंदू महासभा, कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार
कर्नाटक सरकार गठन को लेकर अब SC पहुंची हिंदू महासभा, कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार

नई दिल्ली(जेएनएन)। अखिल भारत हिंदू महासभा ने कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन को सरकार बनाने के राज्यपाल के आमंत्रण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सोमवार शाम को कोर्ट पहुंचे हिंदू संगठन ने राज्यपाल वजुभाई वाला के फैसले पर स्थगन आदेश देने के लिए तत्काल सुनवाई की मांग की है।  सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार किया । याचिका मे हिन्दू महासभा ने कुमार स्वामी का शपथ ग्रहण भी रोकने की मांग की थी।

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याचिका पर सुनवाई के दौरान एक वकील विष्णु शंकर जैन ने आपत्ति उठाई कहा ये प्राक्सी याचिका है। स्वयं को महासचिव बताने वाला याचिकाकर्ता मुन्ना शर्मा हिन्दू महासभा का महासचिव नही है। कोर्ट ने कहा कि वे मामले पर अर्जेन्ट सुनवाई नही करेंगे आप लोग आपस मे विवाद सुलझाइए।

महासभा ने याचिका में कहा है कि चुनाव बाद हुआ यह गठबंधन असंवैधानिक है। कुमारस्वामी 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

इससे पहले जदएस नेता और कर्नाटक के भावी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सोमवार को दिल्ली पहुंचकर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली। बताते हैं कि यह औपचारिक बैठक थी और सरकार गठन के फॉर्मूले पर अन्य नेताओं से चर्चा हुई।

सूत्रों के अनुसार बुधवार को गठित होने वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार में दो उप-मुख्यमंत्री होंगे, ताकि दोनों दलों में संतुलन रहे। शपथ के 24 घंटे में कुमारस्वामी विश्वास मत हासिल करेंगे। इसीलिए दोनों दलों के विधायकों को अभी भी होटलों में कैद रखा गया है।

कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस गठबंधन की सरकार 23 मई को शपथ लेगी। उससे पहले दोनों ही दलों के बीच डिप्टी सीएम, मंत्री और विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, कुमारस्वामी से मुलाकात के दौरान कांग्रेस की ओर से सरकार में अपने लिए डिप्टी सीएम के दो पद मांगे गए हैं। हालांकि जदएस की ओर से अभी इसे लेकर कोई सहमति नहीं दी गई है।

डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है। पार्टी की यह सारी कवायद खेमों में बंटी पार्टी को एकजुट रखने की है। खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है।

उपमुख्यमंत्री पर फैसला आज
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, 23 मई को मुख्यमंत्री के साथ चुनिंदा मंत्री ही शपथ लेंगे। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री को लेकर फैसला मंगलवार को बेंगलुर में दोनों पार्टियों की बैठक के बाद किया जाएगा। गठबंधन सरकार के सुचारू संचालन के लिए दोनों दलों की एक समन्वयन समिति का गठन होगा। अहम मसलों पर राहुल गांधी की सलाह ली जाएगी।

शपथ में दिखेगी विपक्षी एकता
कर्नाटक में 23 मई को कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाई देगी। समारोह में प.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उप्र से सपा नेता अखिलेश यादव, मायावती और आप के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। माकपा नेता सीताराम येचुरी आदि को भी बुलाया गया है।

आगे आएगा कठिन दौर : परमेश्वर
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि आने वाला दौर कठिन होगा। लेकिन भाजपा को दक्षिणी राज्य में सत्ता में आने से रोकना जरूरी है।

गठबंधन की खातिर कड़वे घूंट पिए : शिवकुमार
कांग्रेस नेता व उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार डीके शिवकुमार ने भी कहा है कि जेडीएस से हाथ मिलाते वक्त उन्हें कुछ कड़वे घूंट पीना पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मैंने एचडी देवेगौड़ा व उनके परिजनों के खिलाफ कई चुनाव लड़े हैं, लेकिन धर्मनिरपेक्ष सरकार की खातिर नापसंद लोगों के साथ सरकार बनाना पड़ रही है।' शिवकुमार 1985 से देवेगौड़ा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।


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