छत्तीसगढ़ : गंगरेल बांध के गार्डन में हाथियों का उत्पात, हाइ अलर्ट जारी
सोरम व खिड़कीटोला से होते हुए हाथियों का दल जंगल के रास्ते रात में गंगरेल बांध क्षेत्र में पहुंचे। इनकी संख्या 22 बताई जा रही है। हाथियों का दल बांध के प्रवेश द्वार के पास पांच करोड़ की लागत से दो साल पहले बनाए गए गार्डन में घुस गया।
धमतरी, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में करीब दो महीने से डेरा डाले जंगली हाथियों के दल ने गुरवार रात को पर्यटन स्थल गंगरेल बांध के न्यू गार्डन में जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने गार्डन के गेट को तोड़ दिया और भीतर घुसकर झूले व अन्य सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे लाखों रुपये के नुकसान की आशंका है। हाथियों के गंगरेल पहुंचने से ग्राम पंचायत गंगरेल व मरादेव के ग्रामीणों में दहशत है। बांध क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं रूद्री-गंगरेल मार्ग को पुलिस ने सील कर दिया है। सैकड़ों पर्यटकों को हाथियों की वजह से लौटा दिया गया। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने गंगरेल पर्यटन क्षेत्र के गार्डन, बगीचा, अंगारमोती मंदिर में पर्यटकों के दर्शन तथा वाटर स्पोर्ट्स में आगामी आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया है। जन सुरक्षा के लिए क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
जिले के सोरम व खिड़कीटोला से होते हुए हाथियों का दल जंगल के रास्ते रात में गंगरेल बांध क्षेत्र में पहुंचे। इनकी संख्या 22 बताई जा रही है। हाथियों का दल बांध के प्रवेश द्वार के पास पांच करोड़ की लागत से दो साल पहले बनाए गए गार्डन में घुस गया। यहां के सजावटी पौधे, गेट, सीसीटीवी कैमरा, पोल, फिसलपट्टी, बच्चों के झूले आदि को क्षतिग्रस्त कर दिया। कई पेड़ भी उखाड़ दिए। गार्डन को ठेके पर चला रहे संचालक मंजीत छाबड़ा ने दावा किया है कि हाथियों ने गार्डन में उत्पात मचाकर लगभग 20 लाख रुपये का नुकसान पहुंचाया है।
दो चौकीदारों को रेस्क्यू कर निकाला बाहर
वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) सतोविशा समाजदार ने बताया कि गंगरेल बांध के पास एक बाड़ी में बड़ी संख्या में केले के पौधे लगे थे। रात में हाथियों का दल यहां घुस गया। बाड़ी के अंदर दो चौकीदार फंस गए थे। वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर दोनों चौकीदारों को बाहर निकाला। फिलहाल हाथियों का दल गंगरेल बांध से लगे क्षेत्र में डेरा डाले हैं। सुरक्षा में चार रेंज नगरी, धमतरी, केरेगांव, सिगपुर और उड़नदस्ता की टीम तैनात है।