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Photos: आस्था और उम्मीदों केे हिलोरों में डूबी रामनगरी, सभी वर्ग के लोग जुटे

आस्था में आकंठ डूबे लोग परिक्रमा फैसले के इंतजार को समर्पित कर रहे हैं। रामनगरी की परिक्रमा के बड़े हिस्से का स्पर्श कर बह रहीं पुण्य सलिला सरयू भी निराश नहीं कर रही हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 02:33 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 02:41 PM (IST)
Photos: आस्था और उम्मीदों केे हिलोरों में डूबी रामनगरी, सभी वर्ग के लोग जुटे

रघुवरशरण, अयोध्या। रामनगरी मंगलवार को आस्था और उम्मीदों की हिलोरों में डूबी रही। घड़ी की सुइयां सुबह के छह से कुछ ऊपर पहुंचीं और अगले ही पल 14 कोस की परिधि श्रद्धालुओं से पट गई। वे कतिपय समीक्षक गलत साबित हुए, जो यह कह रहे हैं कि फैसले की आहट से लोग सहमे हैं। आशंकाओं से ठीक उलट कदम-कदम पर उत्साह है। आस्था में आकंठ डूबे लोग परिक्रमा फैसले के इंतजार को समर्पित कर रहे हैं। रामनगरी की परिक्रमा के बड़े हिस्से का स्पर्श कर बह रहीं पुण्य सलिला सरयू भी निराश नहीं कर रही हैं। अधिसंख्य श्रद्धालु आगे बढ़ने से पूर्व सरयू जल शिरोधार्य करते हैं।

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अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं से गुलजार सरयू तट। प्रभु राम के मंदिर के नाम लगी हर डुबकी। जीतू निषाद

अयोध्या के नयाघाट से गुजरता परिक्रमार्थियों का सैलाब।

रामनगरी में 14 कोसी परिक्रमार्थियों पर पुष्प वर्षा करतीं सिंधी समाज की महिलाएं।

मोदहा रेलवे क्रासिंग के पास उमड़ा परिक्रमार्थियों का सैलाब।

अयोध्या स्थित इब्राहिम शाह की मजार मिश्रित आबादी में है। यहां सभी वर्ग के लोग जुटते हैं। मुसलमानों के साथ हिंदू भी सजदा करते हैं। पास में मौजूद मंदिरों से घंटे-घडिय़ालों की आवाज भी गूंजती रहती है।

नागेश्वरनाथ का जलाभिषेक करने जातीं महिला श्रद्धालु। जागरण

परिक्रमा मेला के पूर्व परिक्रमार्थियों के आने से सोमवार को अयोध्या के मुख्य मार्ग पर कुछ इस तरह बनी रही स्थिति।  


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