बेहद कुशल पेशेवरों को ही मिलेगा एच-1बी वीजा
एच-1 बी वीजा नियमों में बदलाव के बाद बेहद कुशल पेशेवरों को ही यह वीजा मिल पाएगा। डोनाल्ड ट्रंप नियमाें में बदलाव के शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे।
वाशिंगटन (प्रेट्र) : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एच-1बी वीजा नियमों में बदलाव को लेकर नये शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने को तैयार हैं। मुहर लगने के बाद बेहद कुशल पेशेवरों को ही यह वीजा मिल पाएगा। हाल ही में अमेरिका ने कंप्यूटर प्रोग्रामर को भी कुशल पेशेवर की सूची से बाहर कर दिया है। इस बदलाव से भारतीय आइटी कंपनियों और पेशेवरों पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है।
एच-1बी वीजा से जुड़े इस आदेश को 'बाई अमेरिकन, हायर अमेरिकन' कहा जा रहा है। नये आदेश को अमेरिका में अधिक कुशलता और योग्यता आधारित आव्रजन प्रणाली बनाने की दिशा में परिवर्तनकारी कदम माना जा रहा है। एक दिन पहले ही अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा विभाग ने घोषणा की थी कि उसने एक अक्टूबर से शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष 2018 के लिए प्राप्त एच-1बी वीजा के 1,99,000 आवेदनों का कंप्यूटरीकृत ड्रॉ पूरा कर लिया है। अमेरिकी कांग्रेस ने 65,000 एच-1बी वीजा की मंजूरी दी है। लॉटरी में 20,000 एच-1बी वीजा उन लोगों को दिया गया, जिन्होंने अमेरिका के उच्च शिक्षण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त की है।
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि एच1बी वीजा की पारंपरिक लॉटरी प्रणाली में दोष है। कंपनियां कम वेतन दर पर विदेशी कर्मियों को लाने और स्थानीय कर्मियों को विस्थापित करने के लिए इसका उपयोग कर रही हैं। मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त संख्या में तकनीकी पेशेवर हैं।