गुजरात में युवतियों को अंतरजातीय विवाह न करने की सलाह, मोबाइल पर प्रतिबंध
गुजरात के बासनकांठा में ठाकोर समुदाय नेफरमान जारी किया है कि अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन रखने पर प्रतिबंध होगा।वहीं पिता से जुर्माने के तौर पर डेढ़ लाख वसूले जाएंगे।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। 21वीं सदी जहां महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। उसी समाज में समय-समय पर महिलाओं को दबाने के लिए तुगलकी फरमान जारी किए जाते हैं। गुजरात के बानसकांठा में एक ऐसा ही तुगलकी फरमान सामने आया है। बानसकांठा के दांतीवाड़ा गांव में ठाकोर समुदाय ने अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल पर बैन लगाने का फरमान लगाया है। ठाकोर समुदाय ने रविवार को गांव में एक बैठक की, जिसमें यह फैसला लिया गया।
गुजरात के ठाकोर व आंजणा चौधरी समाज ने युवतियों को अंतर्जातीय विवाह से दूर रहने की सलाह दी है। ठाकोर समाज ने तो कुंवारी लडकियों के मोबाइल रखने पर भी प्रतिबंध लगाया है। ऐसा नहीं करने वाली युवतियों के परिवार को आर्थिक दंड की घोषणा की गई है।
उत्तर प्रदेश के एक विधायक की पुत्री के दलित युवक से प्रेम विवाह की चर्चा के बीच गुजरात के दो प्रमुख ओबीसी समाज ने पंचायत बुलाकर युवतियों को अंतर्जातीय विवाह नहीं करने की सलाह देते हुए बताया कि परिवार की मर्जी के खिलाफ विवाह उनके दुख का कारण बनता है। सामाजिक जिम्मेदारी व अपने समाज की प्रतिष्ठा को भूलकर अन्य समाज व जाति के युवक से विवाह करना उचित नहीं है। ठाकोर समाज ने तो बाकायदा कुंवारी युवतियों के पास मोबाइल पाए जाने पर आर्थिक दंड का भी ऐलान किया है इसके अलावा अंतर्जातीय विवाह करने पर परिवार पर एक से दो लाख तक का जुर्माना लगाने की घोषणा की है।
बनासकांठा जिले के दांतीवाड़ा तहसील में 12 गांवों में समुदाय के बुजुर्गों ने बीते दिनों एक बैठक कर सर्वसम्मति से यह फरमान जारी किया। कांग्रेस विधायक गनीबेन ठाकोर ने कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर रोक में उन्हें कुछ गलत नहीं दिखाई देता। उन्हें तकनीक से दूर रहना चाहिए और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। समाज के नेता सुरेश ठाकोर ने कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन उपयोग करने पर रोक है ताकि वे पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। समाज ने विवाह समारोह में डीजे, आतिशबाजी और बड़ी बारात को भी फिजूल खर्च बताया है।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने कहा कि वह शादियों में अनावश्यक खर्च रोकने के फैसले का स्वागत करते हैं ताकि शिक्षा पर अधिक धन खर्च किया जा सके। अविवाहित युवतियों के मोबाइल के उपयोग का भी वे समर्थन करते हैं लेकिन अंतर्जातीय विवाह पर अल्पेश ने समर्थन देने से इनकार करते हुए कहा कि वे ऐसा नहीं कर सकते क्यूं कि उन्होंने खुद अंतर्जातीय विवाह किया है।
बता दें, अगर ये नियम लागू हो जाता है तो ये बानसकांठा के दांतीवाड़ा गांव के साथ कोटजा, गगूदा, ओडवा, हरियावाड़ा, मरपुरिया, शेरगढ़, तेलपुरा, रंदौल, रतनपुर, दनारी और वेलावास जैसे आसपास के गांवों में भी लागू हो माना जाएगा।