NITI Ayog Meeting: गुजरात देश में विकास और सुशासन का रोल मॉडल बने रहने के लिए प्रतिबद्ध: भूपेंद्र पटेल
NITI Ayog Meeting गुजरात में शहरी क्षेत्र की पहल और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने गुजरात के शहरों को विश्वस्तरीय बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
नई दिल्ली, एजेंसियां: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य को विकास और सुशासन का रोल मॉडल के रूप में बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई। वो रविवार को नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक में शामिल हुए। बैठक में बोलते हुए, पटेल ने कहा कि गुजरात ने कई सूचकांकों में प्रथम स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि राज्य ने कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के जरिए विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है।
गुजरात में शहरी क्षेत्र की पहल और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने गुजरात के शहरों को विश्वस्तरीय बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसका विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि शहरों के त्वरित विकास के लिए राज्य सरकार ने नियोजित शहरी विकास और लोगों की भलाई के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के शहरों के नियोजित विकास के लिए त्रिस्तरीय शहरी विकास रोडमैप तैयार किया गया है।
भूपेंद्र पटेल ने बताया कि इस त्रिस्तरीय रोडमैप के तहत राज्य सरकार शहरी विकास योजना (डीपी), टाउन प्लानिंग (टीपी) और स्थानीय क्षेत्र विकास योजना को पारदर्शिता के साथ तैयार और संचालित करती है। उन्होंने बताया कि गुजरात में टीपी योजना लोगों की सहमति और भागीदारी से बनाई जाती है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात में 900 से अधिक टाउन प्लानिंग योजनाएं पूरी की जा चुकी हैं।
भूपेंद्र पटेल ने बताया कि राज्य के सभी शहरों में योजनाओं की पारदर्शी स्वीकृति प्रक्रिया के लिए पिछले दो सालों में लगभग एख लाख विकास कार्यों को ऑनलाइन प्रणाली से पास किया गया है। वहीं झुग्गी बस्तियों के पुनर्विकास के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि करीब 166 मलिन बस्तियों में 59,000 घरों का निर्माण तेज गति से शुरू किया गया है। इनमें से करीब 7,800 घरों के पुनर्विकास का काम भी पूरा कर लिया गया है।
सीएम पटेल ने गुजरात में कृषि विविधीकरण के तहत उपलब्धियों पर भी विस्तार से चर्चा कि। उन्होंने कहा कि गुजरात आज कृषि क्षेत्र के विकास के साथ-साथ पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में देश के उन्नत राज्यों में से एक है। इस दौरान उन्होंने जैविक खेती को लेकर बढ़ावा देने की भी बात कही। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को लेकर विभिन्न स्तरों पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर अब तक साढ़े पांच लाख किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक किया जा चुका है।