जीएसटी पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को दिया झटका
जीएसटी बिल पारित करने को लेकर संसद का विशेष बैठक बुलाने की तैयारी कर रही सरकार को कांग्रेस ने झटका दे दिया है। सत्र को लेकर विपक्ष में राय बना रही सरकार को मुख्य विपक्षी पार्टी से रूखा जवाब मिला है। पार्टी ने सरकार से बिल को लेकर प्रस्ताव का
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जीएसटी बिल पारित करने को लेकर संसद का विशेष बैठक बुलाने की तैयारी कर रही सरकार को कांग्रेस ने झटका दे दिया है। सत्र को लेकर विपक्ष में राय बना रही सरकार को मुख्य विपक्षी पार्टी से रूखा जवाब मिला है। पार्टी ने सरकार से बिल को लेकर प्रस्ताव का ब्योरा मांगा है। इसने कहा है कि बिल को लेकर वह अपनी राय प्रस्ताव के ब्योरे पढऩे के बाद तय करेगी। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मानसून सत्र का सत्रावसान नहीं किया था और अब वह इसकी विशेष बैठक बुलाना चाहती है।
मानसून सत्र में सत्ता पक्ष व कांग्रेस के कसैले संबंधों की छाया जीएसटी के लिए विशेष बैठक बुलाने की सरकारी कोशिशों पर पड़ती दिख रही है। वैश्विक कारणों से नरम पड़ी अर्थव्यवस्था में जीएसटी के जरिये जान फूंकने को प्रयासरत सरकार को कांग्रेस ने इशारों में नकारात्मक जवाब दिया है। पार्टी ने राज्यसभा में बहुमत से पीछे खड़ी सरकार की कमजोर नस दबाते हुए स्पष्ट किया है कि इस बिल को उसे दोनों सदनों से पास करवाना पड़ेगा।
लोकसभा में पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि सरकार संसद की विशेष बैठक बुलाना चाहती है। इसके लिए वह सभी दलों से संपर्क कर रही है। हम जब तक सरकार द्वारा लाए जा रहे बिल में संशोधित प्रस्ताव व बिल के अंतिम मसौदे को नहीं देख लेते इस पर कुछ भी नहीं कह सकते। उन्होंने कहा, 'हमें यह देखना होगा कि हमारे द्वारा दिए गए सुझावों पर सरकार का क्या रुख है।'
खडग़े ने जोर देकर कहा कि जीएसटी बिल संसद के दोनों सदनों से अलग-अलग पास होगा न कि संयुक्त सत्र के माध्यम से। गौरतलब है कि मानसून सत्र में ललित मोदी मामले में विदेश मंत्री व भाजपा के दो मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस के हंगामे के चलते सरकार इस बिल को पास नहीं करा पाई थी।
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने जीएसटी बिल को लेकर विशेष बैठक के लिए सभी पार्टियों से सहयोग मांगा। नायडू ने कहा, 'मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि मानसून सत्र में जो हुआ उस पर विचार करें और संसद की कार्यवाही को आसानी से चलने देने के लिए कदम उठाएं।'
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'जीएसटी के मुद्दे पर लगभग सभी विपक्षी दल हमारे साथ हैं। बस एक ही पार्टी शोर मचा रही है।' -अरुण जेटली, वित्त मंत्री
'वैश्विक वित्तीय संकट को देखते हुए सरकार सभी राजनीतिक पार्टियों से जीएसटी बिल पास करवाने में सहयोग की अपील करती है।'-वेंकैया नायडू, संसदीय कार्य मंत्री
'जब तक बिल पर हमारे सुझावों और उसके अंतिम मसौदे के बारे में हमें जानकारी नहीं मिलती, हम इस पर कुछ नहीं कह सकते।' -मल्लिकार्जुन खडग़े, कांग्रेस नेता