नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। युवाओं के कौशल विकास और रोजगार को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार लगातार कसरत में जुटी है। इसी कड़ी में नेशनल कैरियर सर्विस (NCS) पोर्टल पर युवाओं के लगातार बढ़ते विश्वास और उपस्थिति को देखते हुए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय जल्द ही इसका नया व उन्नत संस्करण एनसीएस-2.0 लाने वाला है।

एनसीएस-2.0 से देशभर से नियोक्ता, नौकरी तलाशने वाले युवाओं के साथ ही रोजगार से जुड़े अन्य पोर्टल को जोड़ने की तैयारी है। नेशनल कैरियर सर्विस मोदी सरकार का मिशन मोड प्रोजेक्ट है। इस पर युवाओं को रोजगार संबंधी कई सेवाएं दी जा रही हैं, जैसे कि रोजगार उपलब्ध कराना, कैरियर काउंसिलिंग, व्यावसायिक मार्गदर्शन, कौशल विकास संबंधी पाठ्यक्रमों की जानकारी आदि दी जा रही है।

मंत्रालय से संबंधित संसद की स्थाई समिति की रिपोर्ट में मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि वर्तमान में नौकरी की तलाश करने वाले (जॉब सीकर) 2.9 करोड़ युवा पोर्टल पर पंजीकृत हैं। इनमें से 47 लाख युवाओं ने इसी वर्ष पंजीकरण कराया है। 8.5 लाख नियोक्ता पोर्टल पर हैं।

एनसीएस से जुड़ी हैं ये भर्ती एजेंसियां

इसी तरह एनसीएस पर हायर मी और नौकरी डॉट कॉम जैसे प्राइवेट पार्टनर के अलावा सरकार की भर्ती एजेंसियां यूपीएससी, एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड आदि भी जुड़े हैं।

उद्यम पोर्टल से एनसीएस पोर्टल को जोड़ने के बाद एक वर्ष में 6.4 लाख एमएसएमई भी इससे जुड़ गई हैं। इनके माध्यम से युवाओं को प्लेसमेंट भी हो रहा है, लेकिन अभी इस पोर्टल से युवाओं को चिन्हित करने या नौकरी देने का पूरा डाटा उपलब्ध नहीं हो पाता है। हां, 1.27 करोड़ रिक्तियां जरूर पोर्टल के माध्यम से प्रदर्शित हो चुकी हैं।

मंत्रालय द्वारा समिति को आश्वस्त किया गया है कि जल्द ही एनसीएस पोर्टल पर रिक्तियां प्रति माह बढ़ती जा रही हैं। अब सरकार एनसीएस-2.0 लेकर आ रही है। जिस तरह से यूपीआई एक प्लेटफार्म हुआ। उससे अलग-अलग पोर्टल एपीआई के द्वारा इंटीग्रेशन कर सकते हैं, उसी तरह एनसीएस-2.0 होगा। रोजगार संबंधी कई पोर्टल इस पोर्टल से जुड़ने से जॉब सीकर और नियोक्ताओं को ज्यादा अवसर मिल सकेंगे।

Edited By: Anurag Gupta