केंद्र ने कहा, हालात की समीक्षा के बाद ही होगा विदेश से भारतीयों को लाने पर फैसला
कोरोना संकट के मद्देनजर 20400 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को भारत से निकाला गया है। वहीं विदेश से भारतीयों को लाने का फैसला हालात की समीक्षा के बाद लिया जाएगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर 20,400 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को भारत से निकाला गया है। जबकि विदेश से भारतीयों को लाने का फैसला हालात की समीक्षा के बाद लिया जाएगा। रोजाना की जाने वाली प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने बताया कि कई देशों की सरकारों ने अनुरोध किया था। लिहाजा हमने गुरुवार तक 20,473 विदेशी नागरिकों को सफलतापूर्वक निकाल लिया है। यह एक लगातार जारी प्रक्रिया है।
समीक्षा करने की जरूरत
दम्मू रवि ने कहा कि कुछ सवाल विदेश में रह रहे भारतीयों के बारे में आए हैं। यह ऐसी स्थिति है जिसमें हम निश्चित जवाब नहीं दे सकते क्योंकि लॉकडाउन अभी जारी है। हमें हालात की समीक्षा करने की जरूरत है... इसका फैसला सरकार करेगी कि अन्य देशों से भारतीयों को वापस लाने का प्रबंध हम कैसे करें। इन सभी देशों में हमारे राजदूत और उच्चायुक्त विदेश में सभी भारतीयों के साथ नियमित संपर्क में हैं और उन्हें हर सहायता प्रदान कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के कोविड नियंत्रण कक्ष में हेल्पलाइंस भी सक्रिय हैं, टीमें इन मामलों में मार्गदर्शन कर रही हैं। स्थिति नियंत्रण में है। उनकी वापसी के बारे में हम बाद के चरण में समीक्षा करेंगे।'
देश में 37,978 राहत शिविर संचालित
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि नौ अप्रैल तक विभिन्न राज्य सरकारों से मिली जानकारी के मुताबिक देशभर में 37,978 आश्रय और राहत शिविर संचालित हैं जिनमें प्रवासी कामगारों और अन्य जरूरतमंद लोगों को ठहराया गया है। इनमें से 34 हजार राहत शिविरों को राज्य सरकारों और 3,978 को गैर सरकारी संगठनों ने स्थापित किया है। देश में 26,225 खाद्य शिविर संचालित हैं जहां एक करोड़ से ज्यादा लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इनमें से 14,799 को राज्य सरकारें और 11,426 शिविरों को गैर सरकारी संगठन संचालित कर रहे हैं। करीब 16.5 लाख कामगारों को उनके नियोक्ताओं और उद्योगों ने आश्रय एवं भोजन उपलब्ध कराया है।
अब तक 1,44,910 सैंपलों की जांच
प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 की जांच के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की 146 लैब कार्यरत हैं। इसके अलावा निजी क्षेत्र की 67 लैब को भी जांच की अनुमति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात नौ बजे तक कुल 1,44,910 सैंपलों की जांच की गई थी।