Move to Jagran APP

कोरोना से ठीक होने वाले 6 महीने बाद लें वैक्सीन, गर्भवती महिलाएं भी ले सकती हैं खुराक; पैनल ने दिए कई अहम सुझाव

इम्यूनाइजेशन पर काम करने वाले पैनल NTAGI ने कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ी कई अहम जानकारियों को साझा किया। पैनल ने बताया कि कोविड संक्रमण से स्वस्थ होने के 6 माह बाद वैक्सीन की खुराक लेनी चाहिए साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लेने की सलाह दी।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 01:30 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 01:30 PM (IST)
कोरोना से ठीक होने वाले 6 महीने बाद लें वैक्सीन, गर्भवती महिलाएं भी ले सकती हैं खुराक; पैनल ने दिए कई अहम सुझाव
संक्रमण से स्वस्थ होने के इतने दिन बाद लें वैक्सीन की खुराक, पैनल ने दी सलाह

 नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वैक्सीन को लेकर गुरुवार को अहम जानकारियां दी गईं। इसके तहत कोविड-19 संक्रमितों को उनके स्वस्थ होने के 6 माह बाद कोरोना वैक्सीन दिए जाने की बात कही गई। साथ ही बताया गया कि कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतर को बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया जाना चाहिए। इसके अलावा पैनल ने सुझाव दिया कि गर्भवती महिलाएं भी कोरोना वैक्सीन ले सकती हैं। हालांकि, कोवैक्सीन (Covaxin) की खुराकों के बीच अंतर को लेकर कोई सुझाव नहीं दिया गया। यह जानकारी इम्यूनाइजेशन के लिए काम करने वाले नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAGI) की ओर से दी गई।  NTAGI का यह सुझाव कोविड-19 के लिए वैक्सीन पर नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप (NEGVAC) को भेजा जाएगा।

loksabha election banner

ट्रायल में नहीं थींं गर्भवती महिलाएं

NTAGI ने यह भी कहा कि SARS-CoV-2 संक्रमण की चपेट में आए उन्हें स्वस्थ होने के 6 माह बाद कोरोना वैक्सीन की खुराक लेनी चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के मौजूदा प्रोटोकॉल के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ होने के 4-8 सप्ताह के बाद वैक्सीन लेनी चाहिए और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोरोना वैक्सीन की खुराक नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि वैक्सीन के ट्रायल के दौरान इन्हें  शामिल नहीं किया गया था। NTAGI ने सलाह दी कि चेकअप के लिए आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को कोविशील्ड व कोवैक्सीन से जुड़ी सभी फायदों व जोखिमों की जानकारी दी जानी चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार, गर्भवती महिलाएं अपने पसंद से कोरोना वैक्सीन का चुनाव कर सकती हैं। 

इसके अलावा एक ऐसा टूल विकसित किया जाएगा, जिसमें प्रेग्नेंसी के दौरान कोविड-19 संक्रमण के जोखिमों से जुड़ी जानकारियां होंगी साथ ही इसमें कोविशील्ड के साइड इफेक्ट जो काफी कम हैं, के बारे में भी बताया जाएगा। 

वैक्सीन से पहले टेस्टिंग का प्रस्ताव खारिज

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 'कोविड-19 वर्किंग ग्रुप की ओर से कोविशील्ड की खुराकों के बीच 12-16 सप्ताह के अंतर को मंजूरी दे दी गई। कोवैक्सीन की खुराकों के बीच अंतर पहले की ही तरह रहेंगे इसमें बदलाव नहीं किया गया है।' वर्तमान में कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच 4-8 सप्ताह का अंतर है। पैनल ने वैक्सीनेशन से पहले रैपिड एंटीजेन टेस्ट के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। वर्तमान में कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच 4-8 सप्ताह का अंतर है। 

वैक्सीन की आपूर्ति के लिए ग्लोबल टेंडर

उल्लेखनीय है कि देश के कई राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में वैक्सीन के किल्लत की खबर सामने आई है। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना भी शामिल हैं। इन सभी ने देश में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कम होने और मांग अधिक होने के कारण कोरोना वायरस वैक्सीन की खरीद के लिए वैश्विक टेंडर देने का फैसला लिया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.