Coronavirus: नागरिक सेवाओं के उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षण कराने की मिली अनुमति
कार्मिक मंत्रालय के आदेश के अनुसार नागरिक सेवाओं के उम्मीदवारों को राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में नामित अस्पतालों में अपना मेडिकल परीक्षण कराने की अनुमति दे दी गई है।
नई दिल्ली, पीटीआई। देश में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बीच नागरिक सेवाओं के उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षण कराने से मना किया गया था। लेकिन, अब कार्मिक मंत्रालय के आदेश के अनुसार, नागरिक सेवाओं के उम्मीदवारों को राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में नामित अस्पतालों में अपना मेडिकल परीक्षण कराने की अनुमति दे दी गई है।
सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा तीन चरणों में किया जाता है - प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार या व्यक्तित्व परीक्षण - प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय के चुनिंदा अधिकारियों के लिए। दूसरों के बीच पुलिस सेवा (IPS)।
व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलाता है आयोग
एक उम्मीदवार को आयोग द्वारा व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलाया जाता है, जिसे नियमानुसार चिकित्सा परीक्षा से गुजरना पड़ता है। एक उम्मीदवार को अच्छे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में होना चाहिए और सेवा के अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में हस्तक्षेप करने की संभावना वाले किसी भी शारीरिक दोष से मुक्त होना चाहिए। UPSC ने 20 जुलाई से सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2019 के माध्यम से चुने गए उम्मीदवारों के व्यक्तित्व परीक्षण का निर्णय लिया है। मार्च के अंत में घोषित कोरोनावायरस-प्रेरित लॉकडाउन के कारण साक्षात्कार को पहले पूरा नहीं किया जा सका।
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 9 लाख के पार पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में इस वक्त कोरोना वायरस के 316840 एक्टिव केस हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि देश में कोरोना संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है। देश में इस वक्त कोरोना संक्रमित 592031 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं कोरोना वायरस के कारण अब तक 24309 लोगों की मौत हो गई है।
ये भी पढ़ें: LIVE Coronavirus Ghaziabad: मोदीनगर में मिले 3 कोरोना संक्रमित, जानें नोएडा और हापुड़ का हाल