सरकार ने उठाया बड़ा कदम, दुग्ध उत्पादों के निर्यात पर हफ्तेभर में सब्सिडी बढ़कर हुई दोगुनी
कई राज्यों में दूध की गिरती कीमतों को लेकर किसानों की नाराजगी को थामने के लिए सरकार ने आनन-फानन में कई अहम फैसले किये हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में दूध की गिरती कीमतों को लेकर किसानों की नाराजगी को थामने के लिए सरकार ने आनन-फानन में कई अहम फैसले किये हैं। इसी के तहत बुधवार की देर शाम को सरकार ने दूध और इससे बने उत्पादों के निर्यात पर 20 फीसद तक की सब्सिडी देने का फैसला किया है। घरेलू दुग्ध उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के पास भारी मात्रा में स्किम्ड मिल्क पावडर (एसएमपी) का स्टॉक हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक कृषि मंत्रालय ने 20 फीसद के निर्यात प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी देने का प्रस्ताव वाणिज्य मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेज दिया है। पुख्ता सूचना के मुताबिक इस प्रस्ताव को वाणिज्य मंत्रालय ने भी स्वीकार कर लिया है। इस संबंध बृहस्पतिवार को अधिसूचना जारी की जा सकती है।
तथ्य यह है कि बीते शुक्रवार ही को सरकार ने दूध और उससे बने उत्पादों के निर्यात पर 10 फीसदी की सब्सिडी की अधिसूचना जारी कर दी थी। लेकिन विश्व बाजार में दूध और उससे तैयार उत्पादों का मूल्य बहुत नीचे चल रहा है। पड़ता न खाने की वजह से निर्यातकों ने सरकार के समक्ष वास्तविक तस्वीर रखी।
दूध के मसले को लेकर नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और राधा मोहन सिंह के बीच बुधवार को भी बैठक हुई। इसमें निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी की दर 10 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसद करने का फैसला किया। इसके लिए कृषि मंत्रालय की ओर से मसौदा वाणिज्य मंत्रालय को भेजा गया, जिसे मंजूर कर लिया गया है।
सरकार की ओर से उठाये गये कदमों में दूध पावडर को अन्य सामाजिक कल्याण की योजनाओं में वितरित करने का फैसला किया गया है। महाराष्ट्र में इसे लेकर किसानों का आंदोलन उग्र होने लगा है। इसीलिए सहकारी संस्थाओं को आगे आने को कहा गया है।