जलयात्रा को बढ़ावा देने के लिए छह अंतरराष्ट्रीय मार्गों की पहचान, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
सागरमाला परियोजना (Sagarmala Project) के तहत देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौका और रोल-ऑन रोल-ऑफ सेवाओं के लिए छह नए अंतरराष्ट्रीय मार्गों की पहचान की गई है। इसमें सोमनाथ मंदिर हजीरा ओखा और जामनगर शामिल हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। तटीय जलयात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौका, रो-रो (रोल आन रोल आफ) और रो-पैक्स सेवाओं के लिए नए मार्गो की पहचान की गई है। इनमें सोमनाथ मंदिर, हजीरा, ओखा और जामनगर शामिल हैं। पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय की सागरमाला परियोजना (Sagarmala Project) के तहत छह अंतरराष्ट्रीय मार्गो की पहचान भी की गई है।
मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि अंतरदेशीय जलमार्गो के जरिये नौका सेवाएं शुरू करने के लिए कुछ घरेलू स्थानों की पहचान की गई है इनमें हजीरा, ओखा, सोमनाथ मंदिर, दीव, पीपावाव, दहेज, मुंबई/जेएनपीटी, जामनगर, कोच्चि, घोघा, गोवा, मुंद्रा और मांडवी शामिल हैं। इनके अलावा छह अंतरराष्ट्रीय मार्गो की पहचान भी गई है जो बड़े भारतीय तटीय बंदरगाह शहरों को चार अंतरराष्ट्रीय स्थानों से जोड़ेंगे। इनमें चट्टाग्राम (बांग्लादेश), सेशेल्स (पूर्वी अफ्रीका), मेडागास्कर (पूर्वी अफ्रीका) और जाफना (श्रीलंका) शामिल हैं।
बता दें कि मंत्रालय ने हाल ही में हजीरा और घोघा के बीच रो-पैक्स सेवा शुरू की है। इस सेवा ने घोघा और हजीरा के बीच 370 किमी की दूरी को घटाकर 90 किमी और यात्रा समय को 10-12 घंटे से घटाकर करीब पांच घंटे कर दिया है। इससे प्रतिदिन करीब नौ हजार लीटर ईंधन की भी बचत होगी। सरकार ने कहा कि वह पर्यटन उद्योग को गति प्रदान करेगी और तटीय क्षेत्रों में नौकरी के अवसर पैदा करेगी और उपयोगकर्ताओं के लिए सड़क और रेल नेटवर्क के बजाय जलमार्ग से यात्रा पर लागत और समय दोनों की बचत होगी।