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सरकार ने ढूंढ निकालने करीब आठ सौ विदेशी पर्यटक, लॉकडाउन के बाद देश के अलग -अलग हिस्सों में थे फंसे

पर्यटन मंत्रालय को यह सफलता उस समय मिलती है जब उन्होंने विदेशी पर्यटकों की तलाश के देश भर में स्ट्रैंडेड इन इंडिया नाम से एक आनलाइन मुहिम छेड़ रखी है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 10:01 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 10:01 PM (IST)
सरकार ने ढूंढ निकालने करीब आठ सौ विदेशी पर्यटक, लॉकडाउन के बाद देश के अलग -अलग हिस्सों में थे फंसे

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना के लॉकडाउन में देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे विदेशी पर्यटकों की खोजबीन के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी मुहिम छेड़ रखी है। फिलहाल इसके तहत पिछले पांच दिनों में करीब आठ सौ विदेशी पर्यटकों को खोज निकाला गया है। इनमें से कईयों को खाने-पीने और दवाओं को पहुंचाने जैसी मदद भी की गई है। हालांकि सरकार ने यह कदम तब्लीगी जमात के उस घटनाक्रम के बाद उठाया है, जिसमें बड़ी संख्या में कोरोना से पीडि़त पाए गए है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों ने भी हिस्सा लिया था।

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पांच दिनों में खोजा गया विदेशी पर्यटकों को

पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक पिछले पांच दिनों में जिन विदेशी पर्यटकों को खोज निकाला गया है, अब सभी अब विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के साथ अपने-अपने देशों के दूतावासों और उच्चायोंगों के संपर्क में है। इसके साथ ही बाकी लोगों की भी खोजबीन जारी है।

पर्यटन मंत्रालय को यह सफलता उस समय मिलती है, जब उन्होंने विदेशी पर्यटकों की तलाश के देश भर में 'स्ट्रैंडेड इन इंडिया' नाम से एक आनलाइन मुहिम छेड़ रखी है। इसके तहत लॉकडाउन में फंसे ऐसे सभी विदेशी पर्यटकों से तुरंत इस पर अपनी जानकारी साझा करने को कहा था। मंत्रालय ने यह पहल देश के अलग-अलग हिस्सों से विदेशी नागरिकों के ठहरे हुए होने की खबर के बाद उठाया है।

डर के मारे होटलों में छुपे हुए थे विदेशी पर्यटक

पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक इनमें से कई ऐसे विदेशी पर्यटक भी सामने आए है, जो लॉकडाउन के बाद डर के चलते होटलों में ही छुपे हुए थे। वैसे भी जिस तरीके के कोरोना संक्रमण को फैलाने का सबसे ज्यादा खतरा विदेशी लोगों पर था, इसे लेकर वह बाहर निकलने में भी डर रहे थे। इस बीच अहमदाबाद में फंसे एक आस्ट्रेलियाई नागरिक को मिर्गी की समस्या थी, लेकिन उसकी दवा खत्म हो गई थी। ऐसे में उनसे पोर्टल के जरिए स्थानीय प्रशासन से मदद मांगी। जिसके बाद उसे दवाई उपलब्ध कराई गई है। फिलहाल मंत्रालय ऐसे सभी लोगों को खोजने के साथ उन्हें मदद पहुंचाने और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू होते ही देश के सुरक्षित निकालने की तैयारी में है।


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