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गीता बोली- मेरा दूल्हा कम से कम ग्रेजुएट हो, गांव में रहने वाला नहीं चलेगा

मप्र के इंदौर में आयोजित दो दिवसीय 'स्वयंवर' में दूसरे दिन गीता ने स्पष्ट कर दिया कि मेरा दूल्हा कम से कम ग्रेजुएट, खुद का मकान-गाड़ी, 35 साल से कम, आर्थिक रूप से सक्षम और शहर में रहने वाला हो।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 08:53 PM (IST)Updated: Sat, 09 Jun 2018 06:51 AM (IST)
गीता बोली- मेरा दूल्हा कम से कम ग्रेजुएट हो, गांव में रहने वाला नहीं चलेगा
गीता बोली- मेरा दूल्हा कम से कम ग्रेजुएट हो, गांव में रहने वाला नहीं चलेगा

नईदुनिया, इंदौर: पाकिस्तान से आई मूक-बधिर गीता के 'स्वयंवर' में दूसरे दिन शुक्रवार को आने वाले छह उम्मीदवारों में से दो युवक ही पहुंचे। मुंबई और जयपुर से परिवार सहित आए दोनों युवकों से गीता ने मुलाकात की, लेकिन अब भी फाइनल पसंद नहीं बताई। मप्र के इंदौर में आयोजित दो दिवसीय 'स्वयंवर' में दूसरे दिन गीता ने स्पष्ट कर दिया कि मेरा दूल्हा कम से कम ग्रेजुएट, खुद का मकान-गाड़ी, 35 साल से कम, आर्थिक रूप से सक्षम और शहर में रहने वाला हो। उसने मूक-बधिर या सामान्य लड़के से ही विवाह करने की बात कही।

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मुंबई से दीदी व जीजा के साथ आए मूक-बधिर रजनीकांत चतुर्वेदी ने कहा कि गीता ने उनसे सिर्फ यही पूछा कि कितने कमरे का मकान है और कहां तक पढ़ाई की है। रजनीकांत ड्रेस डिजाइनिंग करते हैं। जयपुर से गौरव अजमेरा के साथ उनकी मूक-बधिर बड़ी बहन व मूक-बधिर जीजा और मां आई थीं। गौरव जयपुर में मॉल संचालक हैं। मां पुष्पा ने कहा, हम मूक-बधिर बच्चों की समस्या अच्छे से समझते हैं। अगर गीता नहीं चाहती है तो कोई बात नहीं।

गीता ने कहा कि शादी में जल्दबाजी में फैसले नहीं लिए जाते हैं। अभी वह अच्छे से देखेगी, फिर विचार करेगी। गीता ने बताया कि अभी वह बुनियादी शिक्षा ले रही है। गीता ने कहा कि जो भी निर्णय होगा, वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचा देगी। वह ही बेहतर निर्णय लेंगी।

परदेशीपुरा स्थित समाज कल्याण परिसर में पहुंचते ही गीता मीडिया पर भड़क गई। उसने अपने लिए वर तलाशने में समन्वयक बने पुरोहित दंपती पर गुस्सा जताया। उसने सांकेतिक भाषा में कहा कि ज्ञानेंद्र पुरोहित मीडिया में उसके फोटो व सूचना देते हैं, इससे उसका दिल दुखता है। ऐसे आरोप लगने के बाद पुरोहित दंपती बाहर से ही कार्यक्रम छोड़कर चले गए।

गीता के केस से खुद को अलग किया

ज्ञानेंद्र पुरोहित ने कहा कि ढाई साल से वे गीता के लिए परेशान हो रहे हैं। वह भारत में केवल उन्हें जानती थी, लेकिन यहां आने के बाद उसके तेवर ही बदल गए। अब तक उनकी गीता से 3 बार मुलाकात हुई है। वह कभी उन्हें पहचानने से इनकार कर देती है, तो कभी फूट-फूटकर रोती है तो कभी उन पर आरोप लगाती है। गीता के केस से अब वे खुद को अलग कर रहे हैं। दंपती ने कहा कि गीता को मानसिक उपचार व काउंसलिंग की जरूरत है, ताकि वह सही-गलत की समझ ठीक से कर सके। अगर सरकार उन्हें गीता की कस्टडी दे देती तो ढाई दिन में माता-पिता ढूंढकर बता देते।

सलमान का जिक्र होते ही जोश में आई

शुक्रवार को सलमान का जिक्र होते ही गीता जोश में आ गई। उसने कहा उसकी सलमान खान से मिलने की दिली तमन्ना है। एक बार तो उन्हें मुझसे मिलने आना चाहिए।

जल्द फैसला बताए, नहीं तो दूसरी लड़कियां देखें

टीकमगढ़ से गुरुवार को गीता से मिलने आए अरुण नामदेव शुक्रवार को दोबारा आए। वह आबकारी विभाग में कार्यरत हैं। दूसरे दिन भी कोई खास तवज्जो नहीं मिलने से वह नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि गीता का जो भी फैसला हो, वह जल्द बताए, नहीं तो हम दूसरी लड़कियां देखें।


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