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ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली बच्चियों को अब बीच में नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई

अब बालिकाओं को छठीं से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए छात्रावास की सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 10:55 PM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 07:20 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली बच्चियों को अब बीच में नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली बच्चियों को अब बीच में नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली बालिकाओं को अब अपनी स्कूली पढ़ाई को पूरा करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें अब छठीं से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए छात्रावास की सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी। सरकार ने इसके लिए देश भर के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावासों को विस्तार देने के निर्देश दिए है। अभी छात्रावास की सुविधा आठवीं तक के लिए ही थी।

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सरकार की इस पहल को स्कूली शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए शुरु की गई समग्र शिक्षा योजना के तहत पहले बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है। अभी तक छात्रावासों की सुविधा न होने के चलते ज्यादा बच्चियां आठवीं के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ देती थी। सरकार ने सभी राज्यों को इसके निर्देश जारी कर दिए है। साथ ही छात्रावासों की क्षमता को जल्द से जल्द विस्तार देने को भी कहा है।

मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के तहत राज्यों को इस साल से यह सारी व्यवस्थाएं जुटाने के लिए कहा गया है। मौजूदा समय में देश भर में बालिकाओं के लिए ऐसे करीब 37 सौ छात्रावास है।


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