मॉक ड्रिल के दौरान बड़ा हादसा, 19 वर्षीय युवती की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत
छात्र ने बताया कि ट्रेनर से मिलने के बाद भी नागामल छलांग लगाने के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन इसके बावजूद उसे दूसरी मंजिल की खिड़की से नीचे गिरा दिया गया।
चेन्नई, प्रेट्र/आइएएनएस। तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में एक कालेज में आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण के दौरान एक छात्रा की दूसरी मंजिल से कूदने पर मौत हो गई। शुक्रवार को हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का वीडियो वायरल हो चुका है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि छात्रा नीचे कूदना नहीं चाहती थी लेकिन प्रशिक्षक उसे नीचे कूदने के लिए बलपूर्वक उकसा रहा था।
पुलिस के अनुसार आरोपित प्रशिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस हादसे से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिकरण ने अपना हाथ खींचते हुए कहा कि उसने यह ड्रिल नहीं कराई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने शनिवार को पुलिस और उच्च शिक्षा विभाग को बिना उचित अनुमति के ड्रिल कराने पर आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री जन राहत कोष से मृत छात्रा के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
पुलिस ने बताया कि बीबीए की दूसरे वर्ष की छात्रा एन. लोकेश्वरी (19 वर्ष) आखिर में जब कूदी तो वह पहली मंजिल के शेड से टकरा गई। हालांकि नीचे छात्रों को नेट लेकर खड़ा किया गया था। लेकिन वह पहली मंजिल में ही हादसे का शिकार हो गई। उसके सिर में गंभीर चोटे आईं और उसकी मौत सरकारी अस्पताल में ले जाने के दौरान ही हो गई। छात्रों का दावा है कि लोकेश्वरी नीचे कूदना नहीं चाहती थी। पुलिस ने बताया कि दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिकरण (एनडीएमए) के प्रशिक्षक आर.अरुमुगम को छात्रा के पिता की दर्ज शिकायत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
और अब वह पुलिस रिमांड पर है। दूसरी ओर, एनडीएमए का कहना है कि उसका इस ड्रिल से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही वह प्रशिक्षक भी अभ्यास कराने के लिए अधिकृत नहीं था। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिकरण ने एक ट्वीट में कहा है कि उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक युवती के निधन का बेहद दुख है और वह उसके परिजनों को शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।