Move to Jagran APP

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा : जी. किशन रेड्डी

भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में पराक्रम दिवस मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार पहले ही इस दिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर चुकी थी।

By Avinash RaiEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 04:40 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 06:40 PM (IST)
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा : जी. किशन रेड्डी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा : जी. किशन रेड्डी

नई दिल्ली, पीआइबी। भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में पराक्रम दिवस मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। नई दिल्ली के लाल किला में नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय को स्थापित किया गया है। संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज लोकसभा में पुछे गए प्रश्न पर यह जानकारी साझा की।  बता दें कि सरकार पहले ही इस दिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर चुकी थी।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 23 जनवरी 2021 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती का उद्घाटन समारोह विक्टोरिया मेमोरियल हॉल, कोलकाता में आयोजित किया गया था, जहां पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किए गए थे। 23 जनवरी 2021 को कोलकाता में और 5 मार्च 2021 को जबलपुर में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार भी आयोजित किए गए थे।

प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में स्मरणोत्सव के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति में इतिहासकार, लेखक, विशेषज्ञ, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्य और साथ ही आजाद हिंद फौज (आइएनए) से जुड़े प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं। पराक्रम दिवस को हर साल 23 जनवरी के रूप में मनाने के लिए 19 जनवरी, 2021 को राजपत्र अधिसूचना जारी की गई थी।

नेताजी से जुड़े इन सभी प्रस्तावों को मिली मंजूरी-

भारत सरकार ने नेताजी से जुड़े सभी प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिसमे लाल किले और कोलकाता के पास नीलगंज दो जगहों पर आइएनए शहीदों का स्मारक की स्थापना की जाएगा। सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि सरकार नेताजी और आइएनए से जुड़ी महत्वपूर्ण तारिखों पर जश्न मनाने जा रहीं हैं, जैसे मोइरंग दिवस- 14 अप्रैल को हुई भारतीय धरती पर ब्रिटिश सेना की हार, 21 अक्टूबर को आइएनए स्थापना दिवस, 30 दिसंबर को नेताजी अंडमान गए और आइएनए लड़ाई इंफाल का झंडा फहराया। भारत सरकार द्वारा बच्चों के लिए कॉमिक्स के रूप में आइएनए की तस्वीरों का प्रकाशन भी किया जाएगा। साथ ही नेताजी और आइएनए पर वीडियो, आइएनए परीक्षणों पर वृत्तचित्र, कर्नल ढिल्लों की जीवनी का प्रकाशन और जनरल शाहनवाज खान, नेताजी पर चित्रात्मक पुस्तक का भी प्रकाशन किया जाने वाला हैं।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर संस्थान:

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय, पोखरी, जमशेदपुर

नेताजी सुभाष मुक्त विश्वविद्यालय, कोलकाता

नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नई दिल्ली

नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.