'बारिश ना होने पर कराया था मेंढक-मेंढकी का विवाह, लेकिन अब बाढ़ आ गई तो करवाना पड़ा तलाक'
रीति-रिवाज अपनाते हुए मेंढक से मेंढकी को अलग रखने मेंढकी को मायके भेजने की रस्म अदायगी की गई। हिंदू रीति-रिवाज से मेंढक-मेंढकी का दूल्हा-दुल्हन की तरह श्रृंगार किया गया।
भोपाल, एजेंसी। इस साल हो अच्छी बारिश इसके लिए भोपाल में लोगों ने गजब का तरीका निकाला और देखा जाए तो यह बहुत असरदार भी साबित हुआ। प्रदेश भर में काफी अच्छी बारिश हुई और देखा जाए तो बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। हालांकि, मध्य प्रदेश की राजधानी ने जो तरकीब बारिश कराने के लिए लगाई थी अब वो उससे परेशान हो गईं। परेशान भी इतना की डर के मारे एक खूबसूरत जोड़ें का तलाक ही करा दिया। जी हां, हम जहां एक मेंढक के जोड़ें की बात कर रहे हैं। जहां बारिश अच्छी हो इसलिए इनकी शादी करा दी गई थी।
अब आप इसे टोटका कहे या और कुछ पर भोपाल के लोगों की ये तरकीब काम तो बहुत आई प्रदेश में बारिश कराने के लिए, लेकिन अब इनकी शादी को तुड़वाना पड़ गया। इसके पीछे भी गजब का मोह है। बता दें कि बारिश नहीं थी तो शादी करा दी गई और अब लगातार हो रही बारिश व बाढ़ जैसे हालातों से घबरा कर इनका तलाक करा दिया गया।
बता दें कि ऐसी मान्यता है कि मेंढक-मेंढकी को साथ रखने से अच्छी बारिश होती है। देखा जाए तो इस बार बारिश ने राजधानी में कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ज्यादा बारिश होने से लोग परेशान होने लगे हैं, इसलिए इस प्रकार के रिवाजों का सहारा ले रहे हैं।
जुलाई में शादी, अब रीति-रिवाज से तलाक भी
लोगों को सूखे की आशंका सता रही थी। हर किसी को मानसून का इंतजार था, जो की इस बार देरी से आया था। लोग जून में पड़ी गर्मी से परेशान थे। तो अच्छी बारिश की उम्मीद में भोपाल के लोगों ने 19 जुलाई 2019 को मेंढक और मेंढकी की शादी करवा दी।
अब बारी तलाक की
अब जब भगवान ने लोगों की प्रार्थना सुन ली तो इंद्र देवता लोगों पर ज्यादा ही मेहरबान हो गए। अब इतनी बारिश हो चुकी है कि जनता इससे परेशान हो गई। 11 सितंबर तक मध्य प्रदेश में सामान्य से 26 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। भोपाल में सामान्य से 45 फीसदी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। तो फिर से लोगों को भगवान याद आए।
रीति-रिवाज अपनाते हुए मेंढक से मेंढकी को अलग रखने मेंढकी को मायके भेजने की रस्म अदायगी की गई। हिंदू रीति-रिवाज से मेंढक-मेंढकी का दूल्हा-दुल्हन की तरह श्रृंगार किया गया। फिर इंद्रपुरी इलाके के ओम शिव सेवा शक्ति मंडल के सदस्यों ने बुधवार शाम प्रतीकात्मक रूप से मेंढक और मेढकी का तलाक करवाया।