जुमे की नमाज पर मुस्तैद रहेंगे सुरक्षा बल
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को जुमे की नमाज के दौरान खासतौर पर अधिकतम संयम बरतने का निर्देश दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सरकार ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से उबल रही कश्मीर घाटी में दोबारा शांति लाने की कवायद शुरू कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को जुमे की नमाज के दौरान खासतौर पर अधिकतम संयम बरतने का निर्देश दिया है। गुरुवार को गृह मंत्रालय में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान इस बात पर संतोष जताया गया कि अब वहां तेजी से हालात सामान्य होने लगे हैं।
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पिछले हफ्ते वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे। इस लिहाज से गुरुवार की शांति के बावजूद शुक्रवार बेहद अहम दिन होगा। इस दिन जुमे की नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों में जुटते हैं। ऐसे में आशंका है कि यहां से लोग प्रदर्शन की शक्ल में बाहर निकल सकते हैं। बड़ी भीड़ में कुछ लोगों के भड़क जाने पर स्थिति बेकाबू होने का खतरा होता है। राजनाथ ने निर्देश दिया है कि कश्मीर में तैनात सभी केंद्रीय बल इस दौरान बेहद संयम से काम लें। आतंकवादियों से नरमी दिखाने वाले नारों के बावजूद उन्हें बिल्कुल भी आक्रामक रवैया नहीं दिखाना है।
सूत्रों का कहना है कि घाटी के ताजा माहौल को देखते हुए अब इसका राजनीतिक हल निकालने पर जोर दिया जा रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ भी गृह मंत्री लगातार संपर्क में हैं। खुद प्रधानमंत्री ने मुफ्ती के रवैये की तारीफ की है। अब उन्हें उग्र हो रहे स्थानीय लोगों से अधिक से अधिक संवाद कायम कर इसका हल ढूंढने को कहा गया है। ऐसे में अगर सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में ज्यादा जान-माल का नुकसान होता है, तो इस प्रक्रिया को भी ठेस पहुंच सकती है। इसलिए नरमी की रणनीति अपनाई गई है।