लॉकडाउन के दौरान कोताही बरतने पर चार अधिकारी निलंबित
निलंबित किए जाने वालों में अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) रेनू शर्मा और प्रधान सचिव (वित्त ) और मंडलायुक्त राजीव वर्मा शामिल हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान अपनी ड्यूटी निभाने में विफल रहे दिल्ली सरकार के चार अधिकारियों के खिलाफ केंद्र सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने रविवार को अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जबकि दो को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
निलंबित किए जाने वालों में अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) रेनू शर्मा और प्रधान सचिव (वित्त ) और मंडलायुक्त राजीव वर्मा शामिल हैं। आरोप हैं कि ये अधिकारी एनसीआर क्षेत्र में अपना काम सही ढंग से करने में विफल रहे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों को ठीक से लागू कराने में विफल रहने पर इन अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। ये अधिकारी कोविद-19 के बाबत आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत गठित राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के अध्यक्ष द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के लिए जिम्मेदार थे।
आरोप है कि ये अधिकारी लॉकडाउन प्रतिबंध के दौरान सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं। डयूटी में गंभीर चूक के कारण इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसी के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और भूमि भवन) सत्य गोपाल और सीलमपुर के एसडीएम अजय अरोड़ा को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि देश में इस दौरान लॉकडाउन चल रहा है। बावजूद इसके लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस वायरस से पहली मौत कर्नाटक के कुलबर्गी में हुई थी हालांकि इस वायरस के पहले तीन मामले केरल में सबसे पहले आए थे। इस महामारी का अभी कोई इलाज नहीं मिल पाया है, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषण की। यही नहीं लोगों से अपील की वह घर से बाहर ना निकले।