महाराष्ट्र : अमरावती में हिंसा भड़कने के बाद चार दिन का कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं भी बंद
शनिवार को अमरावती नांदेड और मालेगांव में हिंसा भड़क गई थी। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि अमरावती में चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहें ना फैलें।
नई दिल्ली, एएनआइ। त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक दंगों को लेकर महाराष्ट्र में तनाव की स्थिति है। इसे लेकर शनिवार को अमरावती, नांदेड और मालेगांव में हिंसा भड़क गई थी। स्थिति को काबू करने के लिए अमरावती में चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने कहा कि चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहें ना फैलें।
The curfew has been imposed for 4 days, it has also been ordered to shut the internet services so that rumours are not spread: Maharashtra Home Minister Dilip Walse Patil on Amravati violence pic.twitter.com/KxJOtAvcaK
— ANI (@ANI) November 14, 2021
उन्होंने कहा कि अमरावती में स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा में कोई हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा, मामले की निश्चित रूप से जांच की जाएगी। हम उन रैलियों की जांच करेंगे जो महाराष्ट्र में त्रिपुरा में हुई घटनाओं को लेकर निकाली गई थीं। हम नुकसान का भी आकलन करेंगे। रिपोर्ट आने के बाद मैं आपको आगे कुछ बता पाऊंगा। दिलीप वाल्से ने कहा, मैं आपको आज नहीं बता सकता लेकिन हम इसकी जांच करेंगे। रजा अकादमी हो या कोई अन्य संगठन रैली के पीछे उनके मकसद की जांच की जाएगी।
नांदेड़ में अब तक 35 लोग गिरफ्तार
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि नांदेड जिले में पुलिस ने अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल नांदेड में स्थिति शांतिपूर्ण है। यहां शुक्रवार को पुलिस वैन पर पथराव किया गया था जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हिंसा वजीराबाद इलाके और नांदेड़ शहर के देगलुर नाका में हुई थी, जिसमें लगभग एक लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार शेवाले ने न्यूज एजेंसी पीटीआइ को बताया, 'नांदेड पुलिस ने अब तक इस घटना में कथित रूप से शामिल 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थिति अब नियंत्रण में है और शांतिपूर्ण है।'
बता दें कि त्रिपुरा में हालिया हिंसा के विरोध में एक दिन पहले (शुक्रवार को) मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के विरोध में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को आयोजित बंद का आयोजन किया था। उसी दौरान भीड़ ने कुछ दुकानों पर पथराव किया जिससे हालात बिगड़ गए।
उल्लेखनीय है शुक्रवार को त्रिपुरा में अमरावती, नांदेड़, मालेगांव, वाशिम और यवतमाल में मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की सूचना मिली थी। अमरावती में एक ज्ञापन सौंपने के लिए शुक्रवार को आठ हजार से अधिक लोग जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमा हुए थे। ज्ञापन सौंपकर जब लोग निकले तो कोतवाली थाना क्षेत्र के चित्रा चौक और कपास बाजार के बीच तीन जगह पथराव हुआ। पथराव के बाद अमरावती शहर में हिंसा शुरू गई। कई इलाकों में दुकानें जला दी गईं। शुक्रवार की हिंसा के विरोध में ही शनिवार को अमरावती में हिंदू समुदाय की ओर से प्रदर्शन का आयोजन किया गया। शुक्रवार की घटनाओं के संबंध में पुलिस ने अब तक 20 प्राथमिकी दर्ज कर 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार अन्य को हिरासत में लिया है।