पूर्व कानून मंत्री ने सीजेआइ को लिखा पत्र, शवों के लिए समान नीति बनाने की मांग
उन्होंने लिखा है ऐसे दृश्य मृतकों की गरिमा के प्रति असंवेदनशीलता को प्रकट करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते मृत लोगों के शवों को जब डंप किया गया था तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले का संज्ञान लिया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्व कानून मंत्री डॉ. अश्विनी कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे और अन्य न्यायाधीशों को पत्र लिखकर देशभर के अस्पतालों में शवों के लिए समान नीति बनाने की मांग की है। पूर्व मंत्री ने अपने पत्र में विभिन्न टीवी चैनलों पर 27 नवंबर को एक अस्पताल के कॉरिडोर में लड़की का शव कुत्ते द्वारा नोचने की तस्वीर दिखाए जाने का हवाला दिया है।
उन्होंने लिखा है, ऐसे दृश्य मृतकों की गरिमा के प्रति असंवेदनशीलता को प्रकट करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते मृत लोगों के शवों को जब डंप किया गया था, तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले का संज्ञान लिया था। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस असाधारण समय में जब पूरा देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है और मौतों की संख्या बढ़ रही है, तब मृतकों के सम्मान पर बहुत कम ध्यान दिया जा रहा है।