फ्लॉप फ्लेक्सी फेयर स्कीम में होगा संशोधन
इसके तहत फ्लेक्सी फेयर पर चलने वाली सभी ट्रेनों की खाली बर्थे 10 फीसद छूट पर मिलेंगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी, शताब्दी और दूरंतो ट्रेनों की फ्लेक्सी फेयर स्कीम फ्लाप हो गई है यह तथ्य अब आफिशियल है। जी हां, रेलवे बोर्ड ने मान लिया है कि उसे स्कीम से उम्मीद के मुताबिक फायदा नहीं हुआ है। और इसीलिए वह इसमें रियायत देने जा रहा है। इसके तहत फ्लेक्सी फेयर पर चलने वाली सभी ट्रेनों की खाली बर्थे 10 फीसद छूट पर मिलेंगी।
जी हां, 9 सितंबर से राजधानी, शताब्दी और दूरंतो ट्रेनों पर लागू रेलवे की फ्लेक्सी फेयर स्कीम नाकाम हो गई है। इससे तीन महीने में रेलवे को केवल 130 करोड़ रुपये की फालतू कमाई हुई है। जबकि रेलवे बोर्ड ने दावा किया था कि दिसंबर तक उसे इससे 500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। यही वजह है कि न केवल हमसफर एक्सप्रेस के लिए संशोधित फ्लेक्सी फेयर स्कीम लानी पड़ी है, बल्कि राजधानी, शताब्दी और दूरंतो की फ्लेक्सी फेयर स्कीम में भी संशोधन का फैसला किया गया है, जिसका एलान अगले हफ्ते होगा।
फ्लेक्सी फेयर स्कीम के पुरोधा रेलवे बोर्ड के सदस्य-यातायात मोहम्मद जमशेद ने खुद इस तथ्य को स्वीकार किया है कि स्कीम उम्मीद के मुताबिक प्रतिफल देने में कामयाब नहीं हुई। इसका कारण डेढ़ गुना किराये के आखिरी ब्लॉक में टिकट बुक कराने में लोगों की कम दिलचस्पी होना है। परिणामस्वरूप कई ट्रेनों में बर्थ/सीट खाली रह जाती हैं। इन सीटों को भरने के लिए स्कीम में संशोधन का प्रस्ताव है, जिसका एलान जल्द ही किया जाएगा।
इसके तहत पहला चार्ट बनने के बाद खाली बची बर्थे/सीटें अंतिम किराये से 10 प्रतिशत कम किराये पर आवंटित की जाएंगी। यह छूट करेंट बुकिंग या ट्रेन में टीटीई से टिकट बुक कराने पर मिलेगी। यदि आखिरी टिकट 1.4 गुना या 1.3 गुना किराये पर बुक हुआ होगा तो इस फीसद छूट की गणना उस पर की जाएगी। फिलहाल इस व्यवस्था को हमसफर ट्रेन में लागू किया जा चुका है, जिसमें शुरुआती 50 फीसद बर्थे 1.15 गुना किराये पर बुक होती हैं। जबकि हर दस फीसद बुकिंग पर दस फीसद किराया बढ़ोतरी का फार्मूला बाद की 50 फीसद बर्थो पर लागू होता है।
राजधानी, शताब्दी, दूरंतो की फ्लेक्सी फेयर स्कीम में दूसरा बदलाव तत्काल कोटे के टिकटों पर होगा। इनके लिए कोई अतिरिक्त तत्काल शुल्क नहीं लिया जाएगा। यानी तत्काल की टिकटें भी केवल फ्लेक्सी फेयर किरायों पर बुक होंगी। यह फार्मूला भी हमसफर में लागू किया जा चुका है।