बिहार से असम तक बाढ़ का कहर, हजारों गांव जलमग्न, 300 से ज्यादा की मौत
बिहार से असम तक बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। इस बाढ़ में हजारों गांव जलमग्न हो गए हैं। देशभर में बाढ़ की वजह से अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली, ब्यूरो। बिहार की अधिकतर नदियों का जलस्तर कम तो हो रहा है, लेकिन हफ्तेभर से बेहाल बाढ़ पी़डि़तों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हाल ही में बहादुरगंज-अररिया मार्ग का एक वीडियो सामने आया है। इस मार्ग पर बना एक पुल बाढ़ से बह गया और उसे पार कर रहे मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि तीसरे व्यक्ति को बचा लिया गया। इस वीडियो को यूट्यूब पर अब तक साढ़े चार लाख बार देखा जा चुका है।
बिहार में 1.81 करो़ड़ लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। 250 लोगों की जानें चली गई हैं। पीडि़तों की परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहत सामग्रियों के सघन वितरण का निर्देश दिया है। दूसरी ओर नदियों में पानी घटने से अब कटाव का खतरा बढ़ गया है। दरभंगा और मोतिहारी शहर की स्थिति अभी भी गंभीर है। मुजफ्फरपुर के छह प्रखंड बाढ़ की चपेट में हैं।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार
उधर, उत्तर प्रदेश के हालात बद से बदतर हो गए हैं। एक तरफ विकराल होती बाढ़ में सूबे का बड़ा हिस्सा डूब गया। दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सूखे की स्थिति ने किसानों के होश उड़ा दिए हैं। राज्य में बाढ़ से चार जिलों में भारी तबाही होने और पांच लोगों के मरने की खबर है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बाढ़ की विनाशलीला जारी है। रोहिन, राप्ती, गोर्रा, घाघरा नदियां कई जगह खतरे के निशान से ऊपर हैं। सिद्धार्थनगर की सभी छोटी-बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं। शहर के कई इलाकों में बाढ़ है। सेना के हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
असम में बाढ़ से 11 और लोगों की मौत
असम में पिछले 24 घंटे में बाढ़ से 11 और लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 60 हो गई है। उनके मुताबिक, राज्य में 20 जिलों के 2200 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क में 140 से अधिक पशुओं की मौत हो गई है। इनमें सात गैंडे हैं।