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बिहार, उप्र व असम समेत आधे भारत में बाढ़ की स्थिति

बिहार में 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 10:42 PM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 10:42 PM (IST)
बिहार, उप्र व असम समेत आधे भारत में बाढ़ की स्थिति

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। बिहार की अधिकतर नदियों का जलस्तर कम तो हो रहा है, लेकिन हफ्तेभर से बेहाल बाढ़ पीडि़तों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य में पूर्णिया, नालंदा, पटना, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, अररिया, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, मधेपुरा, सीतामढ़ी, दरभंगा, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सहरसा और खगडि़या जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। उधर उत्तर प्रदेश में एक तरफ विकराल होती बाढ़ में सूबे का बड़ा हिस्सा डूब गया। दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सूखे की स्थिति ने किसानों के होश उड़ा दिए हैं।

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बिहार में 1.81 करोड़ लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। 250 लोगों की जानें चली गईं हैं। पीडि़तों की परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहत सामग्रियों के सघन वितरण का निर्देश दिया है। दूसरी ओर नदियों में पानी घटने से अब कटाव का खतरा बढ़ गया है। दरभंगा और मोतिहारी शहर की स्थिति अभी भी गंभीर है। मुजफ्फरपुर के छह प्रखंड बाढ़ की चपेट में हैं।

एनडीआरएफ की मोटरबोट पर गूंजी किलकारी

बिहार के गोपालगंज जिले में एनडीआरएफ की मोटरबोट पर एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया। दोनों स्वस्थ हैं। बाढ़ में फंसे लोगों के बचाव में जुटी एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार को मोटरबोट के साथ रेस्क्यू अभियान पर निकली थी।

डिब्रूगढ़ राजधानीे 20 तक रद

पूर्व मध्य रेलवे एवं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की ट्रैक पर बाढ़ का पानी आ जाने के कारण कई ट्रेनों का परिचालन रद कर दिया गया है। डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली और नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ को जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस को 20 अगस्त तक रद रखा गया है। बाढ़ के कारण नई दिल्ली-गुवाहाटी-नई दिल्ली पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, न्यू जलपाईगुड़ी-नई दिल्ली एक्सप्रेस, सहरसा सियालदह हाटे बाजारे एक्सप्रेस, कामाख्या-आनंद विहार एक्सप्रेस, महानंदा एक्सप्रेस, गुवाहाटी- बाड़मेर एक्सप्रेस, कामख्या- कटरा एक्सप्रेस, कामाख्या- रांची एक्सप्रेस, चंडीगढ़-डिब्रूगढ़-चंडगढ़ एक्सप्रेस एवं जालंधर सिटी-कटिहार एक्सप्रेस 20 अगस्त तक रद रहेगी।

उप्र के कई जिलों में बाढ़ से हाहाकार

बाढ़ और सूखे से लगातार खराब हो रही स्थिति ने उत्तर प्रदेश सरकार की पेशानी पर भी बल डाल दिए हैं। प्रदेश में कई जिलों में भारी बरसात और बाढ़ की तबाही से हाहाकार मचा हुआ है तो पश्चिम के लोगों को सूखने के कगार पर पहुंची फसलों के लिए अभी भी बादलों के जरूरत भर बरसने का इंतजार है। राज्य में बाढ़ से चार जिलों में भारी तबाही होने और पांच लोगों के मरने की खबर है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बाढ़ की विनाशलीला जारी है। सिद्धार्थनगर की सभी छोटी-बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं।

शहर के कई इलाकों में बाढ़ है। सेना के हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। बाढ़ पीडि़तों का हाल लेने निकले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सिद्धार्थनगर और बलरामपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में बाढ़ की विभीषिका का मुख्य कारण नेपाल की नदियां हैं। इससे स्थायी निजात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रयत्नशील हैं।

असम में बाढ़ से 11 और लोगों की मौत 

असम में पिछले 24 घंटे में बाढ़ से 11 और लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 60 हो गई है। उनके मुताबिक राज्य में 20 जिलों के 2200 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क में 140 से अधिक पशुओं की मौत हो गई है। इनमें सात गैंडे शामिल हैं।

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