Move to Jagran APP

पांच साल के नन्‍हे बच्‍चे ने पहली बार रखा ‘रोजा’, पढ़ा कुरान

वैसे तो नियमों के अनुसार सात साल से कम उम्र के बच्‍चे रोजा नहीं रख सकते पर रायपुर के पांच वर्ष के नन्‍हे मासूम ने इसबार अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखा।

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 09 Jun 2016 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jun 2016 11:40 AM (IST)
पांच साल के नन्‍हे बच्‍चे ने पहली बार रखा ‘रोजा’, पढ़ा कुरान

रायपुर। नियम के अनुसार सात साल से अधिक उम्र वाले बच्चे ही रोजा रख सकते हैं, पर नियम को तोडते हुए राजधानी में पांच वर्ष के नन्हे बच्चे रय्यान खान ने रमजान महीने के पहले दिन रोजा रखा।

loksabha election banner

रमजान के पाक महीने के प्रति अपने पैरेंट्स के उत्साह से प्रेरित हो रय्यान ने पहले दिन रोजा रखने का निर्णय लिया। रमजान के सख्त नियमों का पालन करते हुए इस मासूम ने कुरान पढ़ना (‘अरबी की तिलावत’) भी शुरू किया है।

रय्यान के पिता जावेद खान ने कहा, ‘इस्लाम पांच साल के बच्चे को को रोजा रखने की इजाजत नहीं देता क्योंकि उनमें इतनी ताकत नहीं होती लेकिन वह अड़ गया था। जब हमने उसे रोका और बताया कि यह काफी मुश्किल है क्योंकि इस बार रमजान गर्मियों के मौसम में है, हर एक घंटे पर उसे प्यास लगेगी तो रय्यान ने कहा वह पूरे दिन एसी में बैठा रहेगा।‘

इस बार 17वां और 18वां रोजा होगा सबसे लंबा

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कक्षा एक के छात्र रय्यान ने अपनी छुट्टियों के दौरान पहले ही कुरान के ‘कायदा’ (अध्याय) को पूरा कर दिया है। अब वह ‘अरबी की तिलावत’ (अरब में कुरान पढ़ना सीख रहा है) पढ़ रहा है। 4 बजे शाम तक तो बड़ों को भी घंटों भूखे-प्यासे रहने से परेशानी होने लगती, रय्यान ने इसे शाम 6.55 बजे के इफ्तार तक यानि 14 घंटे तक इसे जारी रखा।

रमजान का चांद दिखने पर दी एक दूसरे को बधाई, पहला रोजा आज

पहला रोजा रखने के एवज में रय्यान को इदी के तौर पर पैसे, नये कपड़े और खिलौने मिले। जब उसके पैरेंट्स से यह पूछा गया कि क्या वह इसे आगे जारी रखेगा तो उसके पिता ने कहा हालांकि यह उसके लिए काफी कठिन होगा, रय्यान ने तीसरे से अंत तक रोजा रखने का मन्नत लिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.