अब भोपाल में 500 मुर्गा-मुर्गियों की मौत, गुपचुप तरीके से दफनाए गए; बर्ड फ्लू की है आशंका
मध्य प्रदेश पुलिस ने नगर निगम भोपाल और पशु चिकित्सकों की टीम को सूचना दी जिसके बाद मृत मुर्गा-मुर्गियों के सैंपल लिए गए है।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित ईटखेड़ी इलाके में चार मुर्गी पालन केंद्रों में करीब 500 मुर्गा-मुर्गियों की मौत हो गई। मुर्गी पालन केंद्र के मालिकों ने गुपचुप तरीके से उन्हें दफना दिया था। दुर्गध फैलने पर ग्रामीणों ने थाने पर शिकायत की। पुलिस ने नगर निगम भोपाल और पशु चिकित्सकों की टीम को सूचना दी, जिसके बाद मृत मुर्गा-मुर्गियों के सैंपल लिए गए। इसके बाद फिर से नगर निगम की टीम ने उन्हें सुरक्षित तरीके से दफनाया। प्रारंभिक तौर पर मुर्गा-मुर्गियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू माना जा रहा है।
गुपचुप तरीके से दफनाया जा रहा था
ईटखेड़ी थाना प्रभारी (प्रशिक्षु डीएसपी) अतिंमा समाधिया के अनुसार, इस्लाम नगर के चार मुर्गी पालन केंद्र में कुछ दिनों से मुर्गा-मुर्गियों की मौत हो रही थी। उन्हें गुपचुप तरीके से दफनाया जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने के बाद मुर्गी पालन केंद्र के सलीम, गुफरान, नवाब और इरफान के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
गौरतलब है कि मेहगांव में गत 15 मार्च को 200 से ज्यादा मुर्गे-मुर्गियां मृत मिली थीं। भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान से इनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा डॉ. नवल सिंह सिकरवार के मुताबिक पशु चिकित्सा विभाग की टीम सहित नगरपालिका और प्रशासन की टीम ने मृत मिले मुर्गे-मुर्गियों के स्थान से एक किलोमीटर के दायरे में कलिंग (मुर्गे-मुर्गियों को मारने की प्रक्रिया) की कार्रवाई की थी। इस दौरान पालतू पक्षियों को भी परिवार से अलग करने के लिए कहा गया था।