राजस्थान में मिला पहला ‘गर्म पानी का कुआं’
राजस्थान में पहली बार गर्म पानी का कुआं ‘नोखरा बेरा’ मिला है। क्या ठंड क्या गर्मी का मौसम, हर वक्त इसके पानी का तापमान 58 डिग्री से अधिक होता है।
उदयपुर। सूखे राजस्थान में एक प्राकृतिक गर्म पानी का कुंआ मिला है। भूवैज्ञानिकों ने बीवार और पाली जिलों के बिचर्डी गांव में ऐसी अनोखी खोज की है।
इस महत्वपूर्ण खोज की महत्ता के बावजूद इसके मालिक के लिए यह काम का नहीं। प्रतिदिन कुएं के पानी को ठंडा करना उनके लिए एक काम है क्योंकि इसे उपयोग के लिए ठंडा करना पड़ता है जो समय लेता है। इसके पानी का उपयोग खेतों की सिचाई के लिए हो रहा है।
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‘जियोथर्मल कुआं’
गर्म पानी का यह कुआं निजी जमीन पर है, असमें 30 मीटर की गहराई पर पानी है। इस कुएं के पानी का तापमान 58 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। यहां तक कि ठंड के दिनों में भी यह ऐसे ही रहता है। ऐसे पानी वाले कुओं को ‘जियोथर्मल’ का नाम दिया गया और ऐसे कुएं काफी कम होते हैं।
कुएं और मालिक का पता
यह कुआं राजपुर-झूटा गांव से एक किमी दाएं पर पाली-बीवर हाइवे पर स्थित है। इस कुएं का मालिक एक गरीब किसान भूराराम है और कुएं का नाम है ‘नोखरा बेरा’। जियोलॉजी के रिटायर प्रोफेसर पुष्पेंद्र सिंह रानावत ने कहा, ‘ग्राउंड वाटर डिपार्टमेंट व जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को इस तरह के जियोथर्मल कुएं के राजस्थान में होने का पता नहीं था, इसलिए हम इसे राज्य का पहला जियोथर्मल कुआं मानते हैं।‘
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कैसे ठंडा करते हैं कुएं का पानी
जियोथर्मल कुएं के पानी को दो सिमेंट वाले टैंक में रखते हैं और फिर सिचाई के लिए निकालते हैं।
रानावत ने कहा, चूंकि यह निजी जमीन पर है इसलिए इसके मालिक को निर्देश दिया जाएगा कि इसे और विकसित करे क्योंकि पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र होगा और इससे उसे लाभ मिलेगा।