Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे 219 भारतीय स्वदेश पहुंचे, आपरेशन गंगा के तहत एयर इंडिया के विमान से हुई वापसी, बुखारेस्ट से दूसरी फ्लाइट भी रवाना
यूक्रेन से 219 भारतीयों को लेकर पहली निकासी उड़ान मुंबई पहुंच गई है। एयर इंडिया का यह विमान शनिवार दोपहर को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से रवाना हुआ था। फ्लाइट एआई1944 बुखारेस्ट से दोपहर 1.55 बजे (भारतीय मानक समय) पर रवाना हुई।
नई दिल्ली, प्रेट्र: एयर इंडिया की पहली निकासी उड़ान रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से शनिवार दोपहर 219 भारतीय नागरिकों को लेकर देर शाम मुंबई पहुंच गई। रूसी सैन्य हमले के कारण यूक्रेन में फंस गए ये लोग किसी तरह सीमा पारकर पड़ोसी देश रोमानिया पहुंच गए थे। अन्य फंसे लोगों के लिए सरकार ने शनिवार को दो ओर विमान भेजे हैं जिनमें से एक बुखारेस्ट और दूसरा एक अन्य पड़ोसी देश हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में उतरा।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा और यूक्रेन-हंगरी सीमा पर पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों को दूतावासों के अधिकारी क्रमश: बुखारेस्ट और बुडापेस्ट ले गए हैं ताकि उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों में निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि पहली निकासी उड़ान एआइ 1944 बुखारेस्ट से 1.55 बजे (भारतीय मानक समय) 219 भारतीयों के साथ रवाना हुई। शनिवार रात साढ़े आठ बजे के करीब यह मुंबई हवाई अड्डे पर उतर गई। हवाई अड्डे पर इन लोगों की अगवानी पीयूष गोयल ने की। अपने देश पहुंच कर इन लोगों ने चैन की सांस ली। इनके चेहरों पर थकान और परेशानी जरूर झलक रही थी लेकिन सरकार के प्रयासों को लेकर सभी काफी अभिभूत थे। कुछ लोगों की आंखों से तो खुशी के आंसू टपक पड़े।
अधिकारियों ने बताया कि दूसरी निकासी उड़ान एआइ 1942 और तीसरी निकासी उड़ान एआइ 1940 के क्रमश: बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से रविवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर लौटने की उम्मीद है। बुखारेस्ट से दूसरी निकासी उड़ान 250 भारतीयों को लेकर वहां से रवाना हो चुकी है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इसको लेकर एक वीडियो जारी किया है।
#WATCH The second flight from Bucharest has taken off for Delhi with 250 Indian nationals#OperationGanga pic.twitter.com/2DVT4dGYF4— ANI (@ANI) February 26, 2022
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ट्विटर पर कहा कि 219 भारतीय नागरिकों के साथ एआइ 1944 की उड़ान रोमानिया से भारत पहुंच गई है।उन्होंने कहा कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के संबंध में, हम प्रगति कर रहे हैं। हमारी टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं।
यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को 24 फरवरी की सुबह से नागरिक विमानों के संचालन के लिए बंद कर दिया गया है और इसलिए, बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से निकासी उड़ानें संचालित हो रही हैं।विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने 24 फरवरी को बताया था कि लगभग 16,000 भारतीय, जिनमें मुख्य रूप से छात्र हैं यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने से पहले, एयर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक उड़ान संचालित की थी जिससे 240 लोग भारत वापस आए थे। सरकार ने इसने 24 फरवरी और 26 फरवरी को दो और उड़ानें संचालित करने की योजना बनाई थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि 24 फरवरी को रूसी आक्रमण शुरू हुआ और परिणामस्वरूप यूक्रेनी हवाई क्षेत्र बंद हो गया।
एयर इंडिया ने शुक्रवार रात ट्विटर पर कहा कि वह फंसे हुए भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए विशेष सरकारी चार्टर्ड उड़ानों के रूप में शनिवार को दिल्ली और मुंबई से बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के लिए बी 787 विमान तैनात किए हैं। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि वह रोमानिया और हंगरी से निकासी मार्ग स्थापित करने के लिए काम कर रहा है। वर्तमान में, भारतीय टीमें हंगरी सीमा पर उजहोरोड के पास चोप-जाहोनी और रोमानियाई सीमा पर चेर्निवित्सी के पास पोरबने-सिरेट चेक प्वाइंट के पास मुस्तैद हैं। दूतावास ने भारतीय नागरिकों, विशेषकर छात्रों कहा कि जो लोग इन सीमा चौकियों के सबसे करीब रहते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे सुरक्षित निकलने के लिए विदेश मंत्रालय की टीमों से समन्वय स्थापित कर ही रवाना हों। दूतावास के नोट में आगे कहा गया कि एक बार जब ये मार्ग चालू हो जाएंगे तो भारतीय नागरिकों को सीमा चौकियों पर स्वयं आगे बढ़ने की सलाह दी जाएगी।
दूतावास ने भारतीय यात्रियों को अपने पासपोर्ट, नकद (अमेरिकी डालर में), अन्य आवश्यक वस्तुएं और कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र सीमा चौकियों पर ले जाने की सलाह दी गई। इसमें कहा गया है भारतीय ध्वज का प्रिंट आउट लें और यात्रा के दौरान वाहनों और बसों पर प्रमुखता से चिपकाएं। कीव और रोमानियाई सीमा चौकी के बीच की दूरी लगभग 600 किमी है। इसे सड़क मार्ग से तय करने में साढ़े आठ घंटे से लेकर 11 घंटे तक का समय लगता है।बुखारेस्ट रोमानियाई सीमा चौकी से लगभग 500 किमी दूर स्थित है और सड़क मार्ग से सात से नौ घंटे के बीच समय लग जाता है। कीव और हंगेरियाई सीमा चौकी के बीच की दूरी लगभग 820 किमी है और सड़क मार्ग से 12-13 घंटे लगते हैं।