गोगी गैंग के शूटर दिनेश पर हमला, टिल्लू गैंग की रंजिश या हर्षिता के मर्डर का बदला!
गोगी गैंग के शूटर दिनेश पर एक नाबालिग ने फायरिंग की। कहीं ऐसा तो नहीं कि दिनेश पर ये हमला टिल्लू गैंग से चली आ रही दुश्मनी का नतीजा हो।
नई दिल्ली (जागरण स्पेशल)। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में कुख्यात शूटर दिनेश पर फायरिंग हुई। फायरिंग का आरोपी एक नाबालिग है, जिसे पुलिस ने मौके पर ही दबोच लिया। गौरतलब है कि दिनेश गोगी गैंग का शूटर है।
इसके अलावा दिऩेश हरियाणवी लोकगायिका हर्षिता दहिया की हत्या का भी आरोपी है। बताया जाता है कि दिनेश ने अपने गैंग के सरगना जितेंद्र उर्फ गोगी के साथ मिलकर हर्षिता दहिया की हत्या की। हर्षिता रिश्ते में दिनेश की साली थी। बाद में दिनेश की पत्नी लता ने भी खुलासा किया था कि उसके पति ने ही हर्षिता की हत्या करवाई है।
ऐसे में दिनेश पर फायरिंग गैंगवार का नतीजा है या हर्षिता दहिया की मौत का बदला लेने की कोशिश इस बात का खुलासा पुलिस जांच के बाद ही पता चल पाएगा। तब तक एक नजर दिनेश के क्रिमिनल रिकॉर्ड और गैंगवार की शुरूआत पर।
हर्षिता और दिनेश की रंजिश
हर्षिता दहिया (फाइल फोटो)
हर्षिता उभरती लोक कलाकार और हरियाणवी गायिका थी। सपना चौधरी को लेकर दिए एक बयान के बाद वह सुर्खियों में आई। इसके अलावा उनका 'सुहागरात' गाना भी काफी लोकप्रिय हुआ था। वह स्टेज शो भी किया करती थीं। हर्षिता सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती थी और मरने से कुछ दिन पहले ही उसने एक फेसबुक वीडियो में आशंका जताई थी कि उसकी जान को खतरा है।
हर्षिता ने अपने जीजा दिनेश पर रेप करने के आरोप लगाए थे। इसके अलावा दिनेश पर हर्षिता की मां की हत्या का भी आरोप लगा है। ऐसे में पुलिस जांच कर रही है कि कहीं दिनेश पर फायरिंग की वजह हर्षिता तो नहीं। हालांकि अभी स्पष्ट रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता।
दिनेश और टिल्लू गैंग
दिनेश पर फायरिंग का दूसरा पहलू ये है कि वह गोगी गैंग का कुख्यात शूटर है। गोगी गैंग की लंबे समय से टिल्लू गैंग से दुश्मनी चली रही है। अभी तक गैंगवार में दोनों ओर से करीब एक दर्जन लोगों की हत्या हो चुकी है। इस गैंग के बीच दुश्मनी ने अब ऐसा रूप ले लिया है कि वह दूसरे गैंग के सदस्य ही नहीं बल्कि उनसे जुड़े लोगों को भी मारने की फिराक में रहते हैं।
जितेंद्र उर्फ गोगी (दाएं) और सुनील मान उर्फ टिल्लू (बाएं)
दोनों गैंग में दुश्मनी का इतिहास
एक वक्त पर टिल्लू और गोगी दोनों में गहरी दोस्ती थी। ताजपुर गांव का रहने वाला सुनील मान उर्फ टिल्लू और पड़ोस के अलीपुर गांव में रहने वाले जितेंद्र उर्फ गोगी के बीच 2012 में एक कॉलेज इलेक्शन को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। सबसे पहले गोगी ने साथियों के साथ मिलकर टिल्लू के साथी से मारपीट की। कुछ दिनों तक दोनों ओर से मारपीट का सिलसिला चला। इसके बाद 21 जनवरी 2015 को गोगी ने टिल्लू के साथी राजू को मार दिया। यहीं से गैंगवार शुरू हो गया और इसका बदला लेने के लिए टिल्लू गैंग ने अगले ही महीने फरवरी में गोगी गैंग अरुण कमांडो की हत्या कर दी। अब तक गैंगवार में करीब एक दर्जन लोग मारे जा चुके हैं।
गोगी फरार, टिल्लू अंदर
खास बात ये है कि इस वक्त गोगी गैंग का सरगना जितेंद्र पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जबिक टिल्लू गैंग का सरगना सुनील मान जेल में है। गोगी को पुलिस ने पकड़ा जरूर था लेकिन बाद में उसके साथियों ने पुलिस वाहन पर हमला कर उसे छुड़ा लिया।