Shimla Grand Hotel Fire: शिमला की मशहूर ग्रैंड होटल इमारत में भीषण आग, एक हिस्सा राख
शिमला की मशहूर ग्रैंड होटल इमारत में देर रात भीषण आग लग गई जिससे एक हिस्सा पूरी तरह जलकर राख हो गया। ऐतिहासिक ग्रैंड होटल भवन में केंद्र सरकार का अतिथि गृह भी है।
शिमला, जेएनएन। Shimla Grand Hotel Fire शिमला की मशहूर ग्रैंड होटल इमारत में देर रात भीषण आग लग गई, जिससे एक हिस्सा पूरी तरह जलकर राख हो गया। बता दें कि ऐतिहासिक ग्रैंड होटल भवन केंद्र में सरकार का अतिथि गृह भी है। रात पौने एक बजे पुलिस की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची। तब तक आग काफी फैल चुकी थी। कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची, जिसके बाद आग को बुझाने का काम शुरू किया गया। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आग लगने की सूचना पुलिस को रात 12:30 बजे सीटीओ के समीप ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने दी। आग लगने की सूचना जैसे ही मिली मॉल रोड, छोटा शिमला और बोइलुगेंग फायर स्टेशनों से दमकल कर्मी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए। लेकिन, जब तक वे मौके पर पहुंचते आग बुरी तरह फैल चुकी थी। पानी की कमी के चलते उन्हें आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आग की लपटें शहर के कई हिस्सों से दिखाई दे रही थीं।
इमारत का जो हिस्सा जला है उसका नाम मायो ब्लाक है। इसे वीआईपी ब्लॉक के नाम से भी जाना जाता है। इसी हिस्से में केंद्र सरकार का अतिथि गृह है। यहां पर केंद्र सरकार के अधिकारी ठहरा करते थे। अमूमन, हफ्ते के अंत में वीआईपी ब्लॉक पूरी तरह से भर जाता है, लेकिन गनीमत रही कि नवीनीकरण के चलते इसमें कोई अतिथि मौजूद नहीं था। भवन में लकड़ी का इस्तेमाल अधिक हुआ था और अतिथि गृह के भीतर जीर्णोद्धार में इस्तेमाल हो रहा नया लकड़ी की मटीरियल भी पड़ा था। इस कारण आग तेजी से फैली, अग्निशमन विभाग की पांच गाड़ियां आग बुझाने के काम में लगाई गई थीं। करीब चार घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। अतिथि गृह के छह कमरे पूरी तरह जल गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि बीते छह महीनों से ग्रैंड होटल के रेस्ट हाउस में जीर्णोद्धार का चला था। इस काम को एक निजी ठेकेदार से कराया जा रहा था, जो कि दिल्ली का रहने वाला है। रेनोवेशन का काम 80 फीसदी काम पूरा हो चुका था। इसमें बिजली की आपूर्ति पहले होती थी लेकिन जब से काम चला तब से बंद थी। ठेकेदार ने बिजली का अस्थाई कनेक्शन लिया हुआ था। फिलहाल, सुरक्षा व्यवस्था ठेकेदार की जिम्मे थी। बावजूद इसके ठेकेदार रात को ना तो किसी को यहां छोड़ता था और ना ही निगरानी के लिए अन्य व्यवस्था की थी। ऐसे में इस अग्निकांड में शक की सुई ठेकेदार की लापरवाही पर घूम गई है। पुलिस ने ठेकेदार को पूछताछ के लिए शिमला बुला लिया है।
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