देश ने टीकाकरण में पार किया अहम पड़ाव, लाभार्थियों को दी गई तीन कोरोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन की डोज
देश में कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई ने एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। देश में अब तक कोविड वैक्सीन की तीन करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण अभियान में सोमवार को यह आंकड़ा पार कर लिया गया।
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई ने एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। देश में अब तक कोविड वैक्सीन की तीन करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण अभियान में सोमवार को यह आंकड़ा पार कर लिया गया। समाचार एजेंसी आइएएनएस ने मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के हवाले से बताया है कि सोमवार को कोविड वैक्सीन की कुल 18,63,623 डोज दी गई। अभियान के 59वें दिन शाम तक कोविड वैक्सीन की कुल 3,17,71,661 डोज लाभार्थियों को दी गई हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 74,08,521 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके की पहली डोज जबकि 43,97,613 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। यही नहीं अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे 74,26,479 कर्मचारियों को पहली और 13,23,527 को दूसरी डोज दी गई है। यही नहीं 45 साल से ज्यादा उम्र के बीमार 16,96,497 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। यही नहीं 60 साल से ज्यादा उम्र के 95,19,024 लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है।
वहीं गृह मामलों पर संसद की स्थायी समिति ने देश में टीकाकरण की गति पर चिंता जताई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक समिति ने कहा है कि इस दर से पूरी आबादी का टीकाकरण करने में कई वर्ष लग जाएंगे। राज्यसभा में सोमवार को पेश गृह मंत्रालय की अनुदान की मांग संबंधी रिपोर्ट पर समिति ने यह भी चिंता जताई कि काफी संख्या में लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं लग पा रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'समिति ने कोविड-19 के वर्तमान टीकाकरण प्रक्रिया पर गौर किया है और देखा है कि अभी तक भारतीय आबादी के एक फीसद से भी कम लोगों का टीकाकरण हुआ है और इस दर से पूरी आबादी के टीकाकरण में कई वर्ष लग जाएंगे।'
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा की अध्यक्षता वाली समिति ने कहा कि उसे लगता है कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है कि काफी संख्या में लोगों को टीके की दूसरी खुराक नहीं लग पा रही है, जबकि दुनिया के विभिन्न हिस्से में कोविड-19 के नए प्रकार सामने आ रहे हैं। इसलिए समिति अनुशंसा करती है कि अग्रिम मोर्चो के सभी स्वास्थ्यकर्मी और सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) सहित कोरोना योद्धाओं और राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिसकर्मियों को टीके खुराक दी जाए।