Move to Jagran APP

पिता ने बेटी को जमीन दी, तो पंचों ने बंद कर दिया हुक्का-पानी;लगाया लाखों का आर्थिक दंड

पिता ने बेटी को जमीन दी तो राजस्थान के सरगरा समाज की खाप पंचायत के पंचों ने बंद कर दिया हुक्का-पानी। पीड़ित ने दर्ज कराया केस।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 08:51 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 08:51 AM (IST)
पिता ने बेटी को जमीन दी, तो पंचों ने बंद कर दिया हुक्का-पानी;लगाया लाखों का आर्थिक दंड
पिता ने बेटी को जमीन दी, तो पंचों ने बंद कर दिया हुक्का-पानी;लगाया लाखों का आर्थिक दंड

संवाद सूत्र, जोधपुर। पिता की ओर से बेटी को जायदाद में जमीन का हिस्सा देना राजस्थान के सरगरा समाज के पंचों को रास नहीं आया। पंचों के इस परिवार को यह फैसला इस कदर नागवार गुजरा कि उन्होंने महिला के पति और भाई का हुक्का पानी बंद कर दिया। इतना ही नहीं, उन पर लाखों रुपये का आर्थिक दंड भी लगा दिया। मामला जोधपुर जिले के खेजड़ला से जुड़ा है, जहां अब पीड़ित ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है।

loksabha election banner

जोधपुर की बिलाड़ा तहसील के जिला मजिस्ट्रेट ने खाप पंचायत के प्रकरण में सरगरा समाज के 15 मुख्य पंचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए हैं। मामले में नामजद दो पंच राजकीय सेवा के कर्मचारी भी हैं। परिवादी प्रहलाद राम ने अदालत में दायर इस्तगासे (मुकदमा) में बताया कि इसी माह छह जनवरी को गांव खेजड़ला में सरगरा समाज की पंचायत बुलाकर पंच रामुराम सरगरा सहित अन्य पंचों ने मामले में समाज से बाहर करने का एलान कर पूरे परिवार का हुक्का- पानी बंद कर दिया। पुन: समाज में सम्मिलित होने के नाम पर भारी आर्थिक दंड लगाया है।

उन्होंने बताया कि पंच रामुराम स्वयं जलदाय विभाग के सरकारी कर्मचारी है और खाप पंचायत के पंच भी हैं। पीड़ित के अनुसार पहले भी समाज के कई लोगों को हुक्का-पानी बंद करने के नाम पर धमकाया गया और उससे आर्थिक दंड स्वरूप लाखों रुपये वसूले गए। पीड़ित ने पंचों पर अपने साले से भी ढाई लाख रुपये लेने का आरोप लगाया। अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.