Fact Check Story : नीता अंबानी और दत्तात्रेय होसबाले की वायरल तस्वीर फर्जी है
यूपी के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई फर्जी खबरें वायरल हुई हैं। अब RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर नीता अंबानी को राम मंदिर की एक तस्वीर थामे हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया की दुनिया में एक फर्जी तस्वीर के जरिए झूठ फैलाने की कोशिश की जा रही है। इस तस्वीर में कथिततौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर नीता अंबानी को राम मंदिर की एक तस्वीर थामे हुए देखा जा सकता है। विश्वास न्यूज ने इस वायरल तस्वीर की विस्तार से जांच की तो पता चला कि वायरल तस्वीर मॉर्फ्ड है है। दत्तात्रेय होसबाले और नीता अंबानी की अलग-अलग मौकों की पुरानी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर यह वायरल तस्वीर तैयार की गई है।
हमेशा की तरह विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए ऑनलाइन टूल्स गूगल रिवर्स इमेज का इस्तेमाल किया। हमें नीता अंबानी की ओरिजनल तस्वीर कई वेबसाइट पर मिली। इसमें उन्हें एक कलाकार के साथ देखा जा सकता है। 2016 की इस तस्वीर में नीता अंबानी के हाथ में कपड़े पर बनी भगवान कृष्ण की पेंटिंग थी। इसी तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की असली तस्वीर भी कई वेबसाइट पर मिली। ओरिजनल तस्वीर में उनके साथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन के निदेशक प्रो.संजय द्विवेदी खड़े दिखे। इसमें प्रो. द्विवेदी संघ के सरकार्यवाह को फूलों का एक गुलदस्ता देते हुए नजर आए।
दोनों तस्वीरों की खोज के बाद यह पूरी तरह साफ हो गया कि नीता अंबानी और दत्तात्रेय होसबाले की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करके वायरल तस्वीर तैयार की गई। ताकि लोगों में झूठ फैला जा सके। ओरिजनल तस्वीर के बाद विश्वास न्यूज ने रिलायंस के प्रवक्ता फ्रेंको विलियम्स से भी संपर्क किया। उन्होंने वायरल तस्वीर की सच्चाई बयां करते हुए कहा कि नीता अंबानी की वायरल फोटो फेक है।
यदि आप इस पड़ताल को विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।