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DCGI का विशेषज्ञ समूह Covaxin के थर्ड फेज ट्रायल के डेटा का करेगा अध्ययन, वैक्सीन की प्रभावी क्षमता का चलेगा पता

हैदराबाद स्थित कोरोना वैक्सीन निर्माण कंपनी भारत बायोटेक ने सप्ताह के अंत में कोवैक्सिन के तीसरे चरण के नैदानिक ​​​​परीक्षणों का डेटा भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) को प्रस्तुत किया था। बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ भारत बायोटेक की प्री-सबमिशन बैठक होने जा रही है।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 10:58 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 10:58 AM (IST)
DCGI का विशेषज्ञ समूह Covaxin के थर्ड फेज ट्रायल के डेटा का करेगा अध्ययन, वैक्सीन की प्रभावी क्षमता का चलेगा पता
सप्ताह के अंत में भारत बायोटेक ने डीसीजीआइ को सौंपा था थर्ड फेज के ट्रायल का डेटा

नई दिल्ली, एएनआइ। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है। मंगलवार को दवा नियामक के तहत विषय विशेषज्ञ समिति (एसइसी) तीसरे चरण के आंकड़ों पर चर्चा करेगी।

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यह बैठक बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ भारत बायोटेक की होने जा रही 'प्री-सबमिशन' बैठक से पहले हो रही है, ताकि उनकी कोरोना की ​​​​वैक्सीन 'कोवैक्सिन' को मंजूरी मिल सके। सूत्रों के मुताबिक, 'कोवैक्सिन के तीसरे चरण के आंकड़ों की समीक्षा के लिए विषय विशेषज्ञ समिति की आज बैठक होगी।'

सरकारी सूत्रों के अनुसार, हैदराबाद स्थित कोरोना वैक्सीन निर्माण कंपनी भारत बायोटेक ने सप्ताह के अंत में कोवैक्सिन के तीसरे चरण के नैदानिक ​​​​परीक्षणों का डेटा भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) को प्रस्तुत किया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया, 'हमें तीसरे चरण के परीक्षणों से डेटा प्राप्त हुआ है।'

बता दें कि भारत में वर्तमान में उपयोग की जा रही कोरोना की तीन वैक्सीन में से एक कोवैक्सीन है। इसके टीके के तीसरे चरण के आंकड़ों पर कई बार सवाल उठाए गए हैं और यही डेटा को महत्वपूर्ण बनाता है जो टीके की प्रभावकारिता का पता लगाएगा। कंपनी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित की है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुछ दिनों पहले एक प्रेस वार्ता में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल, जो देश के COVID टास्क फोर्स के प्रमुख भी हैं, ने कहा था कि कंपनी सात से आठ दिन में डेटा प्रस्तुत करेगी। मई में भारत बायोटेक ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ को एक आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) आवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसमें जुलाई और सितंबर के बीच नियामक अनुमोदन की उम्मीद थी।


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