दक्षिण एशिया में बाढ़ प्रभावितों के लिए आगे आया EU, चक्रवाती तूफान एम्फन के पीड़ितों को मिलेगी खास मदद
चक्रवात एम्फन से केवल पश्चिम बंगाल को ही 80 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वहीं अब यूरोपीय संघ ने मदद के लिए राशि देने का फैसला किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। दक्षिण एशिया में बांग्लादेश, नेपाल और भारत में बाढ़ से निपटने के लिए यूरोपीय संघ ने 14.50 करोड़ रुपये (1.65 मिलियन यूरो) की मदद देने का फैसला किया है। यूरोपीय संघ ने कहा है कि इस साल के शुरुआत में ही 15.85 करोड़ रुपये (1.8 मिलियन यूरो) आपदाओं के लिए घोषित किए गए थे, जिसमें भारत और बांग्लादेश को तबाह करने वाला चक्रवात एम्फन भी शामिल है। वर्तमान में दी गई सहायता राशि को मिलाकर अब तक इस क्षेत्र में प्रभावित लोगों के लिए लगभग 30 करोड़ रुपये (3.45 मिलियन यूरो) मुहैया कराए जा चुके हैं। वहीं, अभी हाल ही में नेपाल और बिहार में भी जमकर बाढ़ आई हुई थी।
फ्रांस ने भी की थी मदद
भारत में बाढ़ कोरोना संक्रमण की महामारी और तूफान एम्फन से प्रभावित भारत के कमजोर तबके की मदद के लिए फ्रांस ने भी जून के महीने में 200 मिलियन यूरो (करीब 1,710 करोड़ रुपये) का रियायती कर्ज देने कै ऐलान किया था।
तूफान प्रभावित इलाकों का पीएम मोदी ने किया था हवाई सर्वेक्षण
बता दें कि 22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात एम्फन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था। उन्होंने पश्चिम बंगाल के लिए 1,000 करोड़ रुपये और ओडिशा के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी। इस दौरान ही पीएम मोदी ने बंगाल और ओडिशा में तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम(IMCT) भेजने की बात कही थी।
गौरतलब है कि चक्रवात एम्फन से केवल पश्चिम बंगाल को ही 80 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। एक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान घरों को हुआ। इस चक्रवात तूफान से 21 लाख घर तबाह हो गए थे। 500 मौजा में मकान ढहे। इन 1500 मौजा के सभी निवासियों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा इसके अलावा कृषि में लगभग 21 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।