जयललिता के अस्पताल वाले वीडियो पर मचा घमासान, चुनाव आयोग ने लगाई रोक
वीडियो सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है। आचार संहिता लागू होने के चलते चुनाव आयोग ने इस वीडियो पर रोक लगा दी है।
चेन्नई, जेएनएन। तमिलनाडु की आरके नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव से एक दिन पहले जारी हुए जयललिता के वीडियो पर सियासी संग्राम मचा हुआ है। इस वीडियो को टीटीवी दिनाकरण खेमे के एक नेता पी वेत्रीवेल ने जारी किया है। वीडियो में एआईएडीएमके की पूर्व प्रमुख और दिवंगत मुख्यमंत्री एक ग्लास में जूस पीते दिख रही थीं।
चुनाव आयोग ने लगाई रोक
वीडियो सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है। आचार संहिता लागू होने के चलते चुनाव आयोग ने इस वीडियो पर रोक लगा दी है। आयोग ने टीवी चैनलों से इस वीडियो के संचालन पर रोक लगाने को कहा है।
'जयललिता से ना मिलने की खबरें झूठ'
वीडियो जारी करने के बाद पी वेत्रीवेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह वीडियो तब का है जब जयललिता का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। यह झूठ है कि उस दौरान उनसे कोई मिलने के लिए नहीं गया।
वेत्रीवेल ने आगे कहा कि हमारे पास वीडियो प्रूफ है और इसे जारी करने से पहले हमने कई दिनों तक इंतजार किया लेकिन अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा। जांच कमिशन ने अभी तक हमें समन नहीं किया है लेकिन हमे बुलाया जाता है तो हम यह वीडियो उन्हें सौंप देंगे।
'वीडियो का मतलब वोटरों को प्रभावित करना'
वहीं एआईएडीएमके विधायक डी जयकुमार ने वीडियो जारी किए जाने की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, आरके नगर उपचुनाव से ठीक पहले इस वीडियो को जारी किए जाने का मकसद वोटरों को प्रभावित करना है। यहां आचार संहिता लागू हैं और हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग वेत्रिवेल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करेगा।
गौरतलब है कि बीते साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद आरके नगर सीट खाली हो गई थी। जयललिता को सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के चलते 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लंबे चले इलाज के बावजूद उनका निधन हो गया था।