ओडिशा में एक करोड़ 43 लाख रुपये के साथ आठ गिरफ्तार
रविवार को पुलिस अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि धनुपाली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक कार में हथियार लेकर घूम रहे हैं।
जागरण संवाददाता, संबलपुर : नोटबंदी के बाद नोट बदलकर कमीशन वसूलने वाले एक गिरोह के सरगना समेत आठ लोगों को ओडिशा की संबलपुर पुलिस की विशेष टीम ने पकड़ा है। उनके पास से एक करोड़ 42 लाख 91 हजार 500 रुपये के नए व पुराने नोट बरामद हुए हैं। साथ में एक रिवाल्वर, पांच कारतूस और एक कार जब्त की गई है। गिरफ्तार लोगों में शराब व्यवसायी मोहम्मद जियारत अली और संबलपुर भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा के जनसंपर्क अधिकारी रश्मिरंजन राउत भी शामिल हैं। जब्त रुपये को पुलिस ने आयकर विभाग के हवाले कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
रविवार को पुलिस अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि धनुपाली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक कार में हथियार लेकर घूम रहे हैं। पुलिस ने नाकेबंदी कर उस कार को रोककर तलाशी ली तो कार से एक रिवाल्वर, पांच कारतूस और बड़ी मात्रा में नए व पुराने नोट मिले। पुलिस ने कार में सवार कपिल झाझरिया और रवि त्रिवेदी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तब गिरोह के सरगना समेत अन्य आरोपियों के नाम सामने आए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जानेमाने शराब व्यवसायी मोहम्मद जियारत अली, उसके पुत्र मोहम्मद कजाफी और रिफत अली, सबतिन अली, स्टेट बैंक मुख्य शाखा के जनसंपर्क अधिकारी रश्मिरंजन राउत व उनके भाई पंकज कुमार राउत को गिरफ्तार कर लिया।
जब्त रुपयों में से 85 लाख 62 हजार रुपये के नए 500 और 2000 के नोट हैं, जबकि बाकी के रुपये में 5, 10, 20, 50 व 100 रुपये के वैध नोट और 500 रुपये के पुराने नोट हैं। पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस कारोबार का सरगना शराब व्यवसायी मोहम्मद जियारत अली है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह अमान्य करार दिए गए 500 और 1000 के नोट को नए नोटों से बदलकर कमीशन वसूलने का काम रहा था। इसमें बैंक के जनसंपर्क अधिकारी भी शामिल थे, जिसकी सहायता से 500 और 2000 रुपये के नए नोट गिरोह के पास पहुंच रहे थे।