कैंपस प्लेसमेंट के तहत अमेजन ने चुने IIM-A के 18 छात्र
बहुराष्ट्रीय ऑनलाइन शापिंग कंपनी अमेजन ने कैंपस प्लेसमेंट के तहत भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के 18 छात्रों को नियुक्ति दी है जबकि बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने 19 को नौकरी पर रखा है।
अहमदाबाद। बहुराष्ट्रीय ऑनलाइन शापिंग कंपनी अमेजन ने कैंपस प्लेसमेंट के तहत भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के 18 छात्रों को नियुक्ति दी है जबकि बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने 19 को नौकरी पर रखा है।
आईआईएम-ए के परिसर में रविवार को देश-विदेश की टॉप 40 कंपनियों ने कैंपस प्लेसमेंट में छात्र-छात्राओं का इंटरव्यू किया, जिसमें से अमेरिका की ई कंपनी अमेजन ने आईआईएम-ए के वर्ष 2017 बैच के पीजीपी पाठ्यक्रम के 18 छात्रों को चुना, जबकि आदित्य बिड़ला ग्रुप ने 17 छात्रों को नियुक्ति दी।
इनके अलावा एयरटेल ने 9, टाटा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज व महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 8-8, एचयूएल, नोवार्टिस तथा जॉनसन एंड जॉनसन ने 6-6, वहीं मांडेलेज ने 5, प्रॉक्टर एंड गेंबल व डॉ रेड्डी ने 4-4 छात्रों को नौकरी पर लिया है। क्लस्टर 3 में 4 नवंबर से इंटरव्यू होंगे, जिसमें फाइनेंस, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, ऑपरेशन से जुड़ी कंपनियां आएंगी जबकि क्लस्टर 4 की नियुक्तियां 6 नवंबर को होंगी।
कैंपस प्लेसमेंट में बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने सबसे अधिक 19 छात्रों को नौकरी दी। जबकि गोल्डमेन ने 11, बैंक ऑफ अमेरिका व मेरिल लिंच ने 6-6 को नियुक्ति दी। गत वर्ष कैंपस प्लेसमेंट में 110 कंपनियां शामिल हुई थीं, जिसमें बीसीजी ने सर्वाधिक 16 छात्रों को नौकरी के लिए चुना था।
बंजारा समाज में भी आरक्षण की हलचल
गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में फैले बंजारा समाज ने भी अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए संरक्षण व आरक्षण पर चर्चा शुरू कर दी है। अहमदाबाद में नेशनल बंजारा प्रोफेसर्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित एक सेमिनार में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी के जी वणजारा ने बताया कि समाज के प्रबुद्ध लोगों ने बंजारा समाज के सांस्कृतिक संरक्षण व आरक्षण जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
समाज देश भर में बिखरा है, जहां अलग-अलग वर्ग में उसे रखा गया है। देश में बंजारा समाज की वास्तविक स्थिति का आकलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गुजरात में बंजारा समाज ओबीसी में है, राजस्थान में उसे अनुसुचित जाति की श्रेणी में रखा गया है। वहीं तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में अनुसूचित जनजाति में शामिल है। महाराष्ट्र में जनसंख्या अधिक होने से बंजारा समाज को विशेष दर्जे में 5 प्रतिशत आरक्षण मिला है।