वाहनों के नॉन-स्टॉप परिवहन के लिए ई-टोल
दो साल पहले शुरू ही राजमार्गों पर इलेक्ट्रोनिक टोलिंग एक बार फिर से संशोधन के बाद शुरू की जा रही है। हालांकि, इससे पहले देश में 275 टोल प्लाजा पर ये व्यवस्था पहले से चालू है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राजमार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग संशोधन के बाद दुबारा शुरू की जा रही है। दो साल पहले शुरू की गई इस व्यवस्था में दिक्कतों के चलते सफलता नहीं मिल पाई थी। हालांकि देश में 275 टोल प्लाजा पर यह व्यवस्था पहले से चालू है।
इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग दुबारा शुरू करने की घोषणा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने की है। उसके अनुसार 25 अप्रैल से चुनिंदा टोल प्लाजा तथा आइसीआइसीआइ व एक्सिस बैंक की कुछ शाखाओं पर फास्टैग आरएफआइडी टैग की बिक्री शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसे बढ़ावा देने के लिए फास्टैग का इस्तेमाल करने वालों को वर्ष 2016-17 के दौरान 10 फीसद कैश बैक देने का एलान भी किया गया है। यह राशि वाहन स्वामी के फास्टैग खाते में वापस हो जाएगी।
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फास्टैग के लिए न्यूनतम 100 रुपये का रिचार्ज होगा। इसके आगे सौ-सौ रुपये के गुणकों में और अधिकतम एक लाख रुपये तक के रिचार्ज की व्यवस्था होगी। फास्टैग को वाहन के विंडस्क्रीन पर लगाने के लिए एक बार 200 रुपये का शुल्क भी देना होगा। यह भुगतान चेक अथवा क्रेडिट/डेबिट कार्ड/नेफ्ट/आरटीजीएस के जरिये ऑनलाइन किया जा सकता है। स्कीम के कार्यान्वयन के दूसरे चरण में अन्य बैंकों तथा मोबाइल वॉलेट आपरेटर्स को भी योजना का हिस्सा बनाने का प्रस्ताव है।