दुरंतो हादसाः ड्राइवर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाया और फिर इंजन समेत 9 डिब्बे पटरी से उतरे
दुरंतो एक्सप्रेस सुबह लगभग 6 बजकर 40 मिनट पर पटरी से उतरी। इस समय ज्यादातर लोग नींद में थे।
नई दिल्ली, एएनआई। मंगलवार सुबह देश एक और रेल हादसे का गवाह बना। महाराष्ट्र में मुंबई-नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस टिटवाला के पास दुर्घटना का शिकार हो गई। इस मामले पर भारतीय रेल का कहना है कि प्रथम दृष्टया इस हादसे का कारण लैंडस्लाइड लग रहा है। दरअसल महाराष्ट्र इस समय भयंकर बारिश और बाढ़ की चपेट में है। मध्य रेलवे के मुताबिक अचानक भूस्खलन होने पर ड्राइवर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाई और फिर इंजन समेत 9 कोच पटरी से उतर गए।
रेलवे के प्रक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि शुरुआत में सात कोच के डिरेल होने की खबर थी लेकिन ताजा अपडेट बताती हैं कि इंजन और 9 कोच डिरेल हुए हैं। सभी यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव का काम तेजी से चल रहा है। अनिल सक्सेना का कहना है कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि लैंडस्लाइड की वजह से ट्रेन डिरेल हुई है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदेसी के अनुसार मुंबई एवं आसपास के क्षेत्रों में हो रही लगातार बरसात के कारण रेलमार्ग पर हुए अचानक भूस्खलन के कारण यह हादसा हुआ। कल्याण स्टेशन से कुछ किलोमीटर दूर आसनगांव एवं वाशिंद स्टेशनों के बीच रेलपटरी पर मिट्टी का ढेर आ गिरा था। दुरंतो एक्सप्रेस के मोटरमैन वीरेंद्र सिंह द्वारा बड़ी दुर्घटना रोकने के लिए आपातकालीन ब्रेक का इस्तेमाल किए जाने से ट्रेन का इंजन एवं नौ डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेलवे सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन में लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच का इस्तेमाल किया जाता है। दुर्घटना की स्थिति में ये कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते। इसके कारण जानमाल का अधिक नुकसान नहीं होता। यही कारण है कि नौ डिब्बे पटरी से उतरने के बावजूद किसी यात्री की जान जाने या गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है।
दुर्घटना के तुरंत बाद आपात ट्रेन भेजकर मुंबई आ रहे यात्रियों को वाशिंद हाइवे तक पहुंचाया गया। वहां से बसों और टैक्सियों के जरिए यात्रियों को कल्याण स्टेशन भिजवाया गया। आपातक ट्रेन से बसों तक पहुंचने के लिए यात्रियों को करीब एक किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ा। दुर्घटना में चार डिब्बे पूरी तरह से पटरियों पर पलट गए है, जबकि पांच डिब्बे पटरी से उतर गए हैं।
इस दुर्घटना के कारण कसारा से कल्याण के बीच लोकल ट्रेन सेवा तो बाधित हुई ही है, लंबी दूरी की कई गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ा है।
दुरंतो एक्सप्रेस सुबह लगभग 6 बजकर 40 मिनट पर पटरी से उतरी। इस समय ज्यादातर लोग नींद में थे। हादसा आसनगांव और टिटवाल के बीच हुआ, जिसमें इंजन और 9 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे की वजह से इस रूट की लगभग सभी ट्रेनें प्रभावित है। लोकल ट्रेनों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। दुरंतो हादसा के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि कोई यात्री घायल नहीं हुआ। यात्रियों को पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया है।
हेल्पलाइन नंबर जारीः
इस हादसे के बाद सेंट्रल रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर हैं- CSMT- 22694040, ठाणे- 25334840, कल्याण- 2311499, दादर- 24114836, नागपुर- 2564342
लैंडस्लाइड के चलते हुआ हादसा
रेलवे के मुताबिक शुरुआती जांच में पाया गया है कि लैंडस्लाइड की वजह से यह दुर्घटना हुई। इलाके में भारी बारिश के चलते ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई। दूरंतो एक्सप्रेस के जो डिब्बे पटरी से उतरे हैं, उनमें A1, A2, A3 और अन्य कोच शामिल हैं। दुर्घटना के बाद कल्याण से मुंबई के बीच का रेल रूट तीन से चार घंटे तक बाधित हो गया।
इस साल की बड़ी रेल दुर्घटनाएं
यूपी के मुजफ्फरनगर के खतौली में हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 21 यात्रियों की मौत हो गई थी जबकि 97 यात्री घायल हुए थे। इसके अलावा औरैया जिले में कैफियत एक्सप्रेस के डीरेल होने से 74 लोग घायल हो गए थे।
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