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तेजस एक्सप्रेस की टाइमिंग को लेकर रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे में तकरार, बंद होगी एक शताब्दी

तेजस एक्सप्रेस चंडीगढ़ से दिल्ली तक नॉन स्टाप चलाने की योजना है, बाद में इसका अंबाला में ठहराव भी किए जाने का प्रस्ताव है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 10:51 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 10:51 PM (IST)
तेजस एक्सप्रेस की टाइमिंग को लेकर रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे में तकरार, बंद होगी एक शताब्दी
तेजस एक्सप्रेस की टाइमिंग को लेकर रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे में तकरार, बंद होगी एक शताब्दी

दीपक बहल, अंबाला। देश की पहली हाईटेक ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के दौड़ने से पहले ही विवाद हो गया। तेजस एक्सप्रेस की टाइमिंग को लेकर रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे में तकरार की स्थिति है। उत्तर रेलवे जिस टाइम टेबल पर ट्रेन को पटरी पर उतारना चाह रहा है, इसको लेकर रेलवे बोर्ड हरी झंडी नहीं दे रहा। रेलवे बोर्ड नई दिल्ली से चंडीगढ़ रेलमार्ग पर यात्रियों की कम संख्या के मद्देनजर एक शताब्दी एक्सप्रेस को बंद करेगा। यात्रियों को परेशानी ना हो, इसलिए शताब्दी के समय से कुछ मिनट पहले तेजस एक्सप्रेस को पटरी पर उतारा जाएगा।

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फिलहाल, कपूरथला की रेल कोच फैक्टरी से महज 12 कोच ही मिले हैं, जबकि ट्रेन दौड़ाने के लिए कम से कम 15 कोच होने चाहिए। यह ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस से करीब 25 मिनट पहले अपना सफर तय कर लेगी। फिलहाल, तेजस एक्सप्रेस चंडीगढ़ से दिल्ली तक नॉन स्टाप चलाने की योजना है, बाद में इसका अंबाला में ठहराव भी किए जाने का प्रस्ताव है।

सूत्रों के अनुसार नई दिल्ली से कालका के बीच शताब्दी एक्सप्रेस के तीन पेयर दौड़ते हैं। इसमें से दो शताब्दी कालका तक जबकि एक चंडीगढ़ तक चलती है। नई दिल्ली से सुबह चलने वाली शताब्दी को बंद किया जा सकता है। इसकी जगह सुबह तेजस एक्सप्रेस चलेगी।

हालांकि, शताब्दी एक्सप्रेस कालका तक दौड़ती है, इसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि तेजस चंडीगढ़ तक दौड़ेगी तो चंडीगढ़ से यात्री कालका कैसे जाएंगे। इसको लेकर भी विचार विमर्श चल रहा है। उधर, उत्तर रेलवे के सीपीआरओ नितिन चौधरी से पूछा गया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

हर कोच में बायो वैक्यूम टॉयलेट होगा

पंजाब स्थित कपूरथला की रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तेजस एक्सप्रेस रैक तैयार हो रहे हैं। तेजस में सीट के सामने एलईडी स्क्रीन होगा जिसमें अभी रिकॉर्डिंग सामग्री होगी। बाद में लाइव टीवी भी देखा जा सकेगा। हर कोच में बायो वैक्यूम टॉयलेट, वाटर लेवल इंडीकेटर, टेप सेंसर और हैंड ड्रायर भी शामिल हैं। इस ट्रेन पर ब्रेललिपि डिस्प्ले भी होंगे जो दिव्यांगों को आसानी से जानकारी उपलब्ध कराएंगे। तेजस में चाय, कॉफी की वेडिंग मशीनें, चिप्स पैकेट और मैग्जीन भी उपलब्ध होंगी।

आधुनिक और लक्जरी स्टाइल में डिजाइन किए कोच

इस ट्रेन में एक एसी एग्जीक्यूटिव कार में 56 यात्री बैठ सकते हैं। इसके अलावा 12 एसी चेयर कार होगी जिसमें प्रत्येक में 78 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। तेजस के कोच किसी विमान के केबिन का एहसास कराएंगे। तेजस में दो तरह की सीटें एग्जीक्यूटिव क्लास और चेयर कार होंगी। इस ट्रेन में तमाम लक्जरी सुविधाएं, जैसे मनोरंजन, स्थानीय भोजन और वाई-फाई सुविधा शामिल हैं।

आग से बचाव के लिए लिए कोच एवं पावर कार में फायर डिटेक्टर सिस्टम भी लगे होंगे। फर्श पर मार्बल फिनिश एंटर ग्रेफिटी कोचिंग होगी और रोशनी के लिये पूरी तरह से एलईडी लाइट लगाई जा रही है। नए डिजायन की कचरा पेटी होगी।


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