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लॉकडाउन के चलते शाकाहारी होगी खाने की थाली, हर घर में बनेगा एक जैसा भोजन

सैयदना साहब की ओर से साल में दो बार समाजजन को भोज दिया जाता है। यह मोहर्रम की 8 और रमजान की 19 तारीख को होता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 06:08 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 06:09 PM (IST)
लॉकडाउन के चलते शाकाहारी होगी खाने की थाली, हर घर में बनेगा एक जैसा भोजन
लॉकडाउन के चलते शाकाहारी होगी खाने की थाली, हर घर में बनेगा एक जैसा भोजन

रामकृष्ण मुले, इंदौर। बोहरा समाज के धर्मगु सैयदना साहब की ओर से हर साल की तरह इस साल साल भी रमजान माह की 19वीं तारीख सोमवार को समाजजन के लिए भोज (नियाज) होगा। हालांकि लॉकडाउन के कारण सामूहिक भोज का आयोजन मस्जिदों और जमातों में नहीं होगा, बल्कि सभी लोग अपने घरों में एक जैसा खाना बनाएंगे। घर में क्या बनेगा, इसका मैन्यू जारी कर दिया गया है। इस बार खाने की थाली में मांसाहारी व्यंजन नहीं रहेगा, बल्कि शाकाहारी भोजन बनाया जाएगा।

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इंदौर में रहने वाले 25 हजार सहित देशभर के 10 लाख समाजजन जारी मैन्यू के हिसाब से भोजन बनाएंगे। समाज के 52वें धर्मगुर ने इस उद्देश्य के लिए भोज की शुआत की थी कि सभी एक जैसा खाना खाएं। समाजजन के अनुसार, सोमवार को समाज के हर घर में मौला मुश्किल कुशा अली की शहादत के गम में मातम होगा। इफ्तारी (रोजा खत्म होने पर कुछ खाना) के बाद जारी मैन्यू के अनुसार हर घर में रोटी-तरकारी, चावल, मसूर की दाल, मीठे में शरबत या ठंडा दूध, सलाद आदि होगा।

साल में दो बार समाजजन को दिया जाता है भोज

मालूम हो, सैयदना साहब की ओर से साल में दो बार समाजजन को भोज दिया जाता है। यह मोहर्रम की 8 और रमजान की 19 तारीख को होता है। भोज के लिए राशन पहले ही उपलब्ध करा दिया गया था। जैन समाज के आग्रह पर दो लाख लोगों ने एक दिन किया था मांसाहार का त्याग बोहरा समाज के धर्मगुर सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन मौला 2018 में इंदौर आए थे, तब जैन समाज के आग्रह पर दो लाख बोहरा समाजजन ने एक दिन के लिए मांसाहार का त्याग किया था। उस समय जैन समाज ने सैयदना साहब से आग्रह किया था कि पर्युषण पर्व के चलते सामूहिक भोज में मांसाहार का उपयोग न करें। इसके बाद सैयदना साहब ने सांप्रदायिक सौहा‌र्द्र के लिए एक दिन भोज में मांसाहार का उपयोग नहीं किया।

इस दौरान सैयदना साहब की वाअज (प्रवचन) में शामिल होने आए दो लाख लोगों ने शाकाहारी भोजन किया था। बंद हुआ कम्युनिटी किचन बोहरा समाज ने हर समाजजन को एक जैसा पौष्टिक भोजन मिले, इसके लिए कम्युनिटी किचन की शुरआत की थी। लॉकडाउन के चलते इसे अब बंद कर दिया गया है। इस किचन की शुरआत 2012 में हुई थी। इसके जरिये समाज के घर-घर टिफिन भेजे जा रहे थे।

हर घर में एक जैसा शाकाहारी भोजन बनेगा

सियागंज के सचिव मोईज भाई अत्तार ने बताया कि रमजान माह की 19वीं तारीख पर समाज के हर घर में एक जैसा भोजन बनेगा। लॉकडाउन के चलते मस्जिद और जमात में सामूहिक आयोजन नहीं हो रहे हैं। सैयदना साहब की ओर से मैन्यू जारी कर दिया गया है। उस हिसाब से खाना बनाया जाएगा। इस बार खाने की थाली शाकाहारी होगी।

लॉकडाउन का किया जा रहा पालन

इज्जी जमात के प्रवक्ता शब्बीर बैगवाला ने बताया कि सैयदना साहब ने लॉकडाउन के पालन की हिदायत दी है, इसलिए हर साल होने वाला भोज इस बार घरों में ही होगा। समाज के सभी लोग घर में इबादत कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा तय लॉकडाउन की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है।


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