महामारी के संकट से निपटने के लिए भारत-इजरायल के बीच वार्ता
COVID19 के मसले पर अब डीआरडीओ ने इजरायल में अपने समकक्ष के साथ उच्चस्तरीय वैज्ञानिक सहयोग पर बातचीत की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोविड-19 के कारण उत्पन्न हुए संकट पर सोमवार को रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (Defence Research & Development Organisation) ने इजरायली अनुसंधान व विकास संगठन व वहां के राजदूत रॉन मल्का के अलावा भारत के राजदूत संजीव सिंगला के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें वैज्ञानिक सहयोग के मुद्दे पर चर्चा हुई।
भारत और इजरायल ने मिलकर महामारी से निपटने में योजना बनाने की शुरुआत कर दी है ताकि कोरोना वायरस के कारण परेशान जिंदगी फिर से सामान्य हो सके। भारत में लॉकडाउन का चौथा चरण समाप्त होने जा रहा है। नई दिल्ली में इजरायली दूतावास ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। ट्वीट में कहा गया है, ' संयुक्त अनुसंधान व विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई। यह भारत व इजरायल के बीच व्यापक स्तर पर वैज्ञानिक सहयोग के तहत उठाया गया कदम है।' मार्च की शुरुआत में जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी के तौर पर घोषित किया था तब से लेकर अब तक इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दो बार फोन पर बात हुई। आज से भारत ने अपने घरेलू विमान सेवाओं की शुरुआत कर दी है। भारत अब संक्रमित शीर्ष दस देशों की सूची में शामिल है। भारत में अब करीब 1 लाख 39 हजार मामले हैं और करीब 4,000 लोगों की मौत हो चुकी है।
नॉवेल कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने की भारत की क्षमता को बढ़ाते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने पिछले माह विभिन्न क्षेत्रों को सैनिटाइज करने की नई तकनीक विकसित करने का ऐलान किया था। इससे पहले DRDO ने सेफ्टी सूट, वेंटिलेटर और विशेष प्रकार के मास्क का निर्माण करने में सफलता हासिल की थी।
महामारी से जूझ रहे दुनिया के तमाम देशों में वैक्सीन के लिए शोध जारी है लेकिन अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली है।हाल में ही इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि देश की शीर्ष बायोलॉजिकल लैब ने कोविड-19 के लिए एंटीबॉडी के डेवलपमेंट फेज को पूरा कर लिया। हालांकि इसके लिए उसने किसी तरह के कागजात या जानकारी शेयर नहीं किया है।