महाराष्ट्र में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, 1000 ऑपरेशन टले
सुरक्षा की मांग को लेकर करीब 4000 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार से ही हड़ताल पर हैं। पिछले एक हफ्ते में महाराष्ट्र के धुले, नासिक और सायन सहित पांच अस्पतालों में डॉक्टर पर हमले हो चुके हैं।
मुंबई। महाराष्ट्र में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण हालत बिगड़ते जा रहे हैं। हड़ताल का आज चौथा दिन है, ऐसे में हजारों लोग परेशान है। इस हड़ताल की वजह से सैकड़ों ऑपरेशन टाल दिए गए हैं। अगर रेजिडेट डॉक्टरों की ये हड़ताल जल्द खत्म ना हुई, तो हालात काफी खराब हो सकते हैं।
हालांकि परेल के केईएम हॉस्पिटल में बुधवार को 76 बड़े ऑपरेशन किए गए। ये इस हॉस्पिटल में आम दिनों में होने वाली सर्जरी का लगभग आधा है। नए मरीजों की भर्ती लगभग हर हॉस्पिटल में बंद है। हां, अपातकालीन विभाग जरूर काम कर रहे हैं। लगभग सभी हॉस्पिटल में ऐसे ही हालात हैं, ज्यादातर सर्जरी की डेट आगे बढ़ा दी गई है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं सियोन हॉस्पिटल में तो ओपीडी सेवा पिछले चार दिनों से लगभग बंद है। यहां आने वाले मरीजों को बिना इलाज किए जबर्दस्ती भेजा जा रहा है। लगभग 150 मरीजों को पिछले तीन दिनों में डिस्चार्ज कर दिया गया है। हालांकि हॉस्पिटल ने ऐसे मरीजों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। नायर हॉस्पिटल की स्थिति इससे भी बुरी हैं, जहां आने वाले मरीजों को डॉक्टर्स बिल्कुल भी नहीं देख रहे हैं।
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी और जनरल वार्ड बुरी तरह प्रभावित हैं। एक गर्भवती महिला बुधवार को केईएम हॉस्पिटल पहुंची, लेकिन ओपीडी पर उसे बड़ा सा ताला देखने को मिला। इसके बाद उसे घर लौटना पड़ा। दरअसल, सुरक्षा की मांग को लेकर करीब 4000 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार से ही हड़ताल पर हैं। पिछले एक हफ्ते में महाराष्ट्र के धुले, नासिक और सायन सहित पांच अस्पतालों में डॉक्टर पर हमले हो चुके हैं। हड़ताली रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि वे ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकते हैं जहां पर उनकी अपनी ही जान खतरे में पड़ जाए।