Move to Jagran APP

राज ने मनसे समर्थकों को चाचा के अंतिम संस्कार में आने से रोका!

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मनसे कार्यकर्ताओं को शिवसेना प्रमुख और अपने चाचा बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोका था। माना जा रहा है कि यह कार्यकर्ता राज के निवास पर एकत्र हुए थे और मातोश्री जाना चाहते थे, परंतु पार्टी प्रमुख के मना करने वह वापस लौटे गए। शिवसेना और मनसे के विलय की अटकलों

By Edited By: Published: Tue, 20 Nov 2012 12:13 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2012 03:45 PM (IST)
राज ने मनसे समर्थकों को चाचा के अंतिम संस्कार में आने से रोका!

रविकिरण देशमुख, मुंबई। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मनसे कार्यकर्ताओं को शिवसेना प्रमुख और अपने चाचा बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोका था। माना जा रहा है कि यह कार्यकर्ता राज के निवास पर एकत्र हुए थे और मातोश्री जाना चाहते थे, परंतु पार्टी प्रमुख के मना करने वह वापस लौटे गए।

loksabha election banner

शिवसेना और मनसे के विलय की अटकलों के बीच यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है। जिससे इस बात को बल मिल रहा है कि अभी तक दोनों चचेरे भाइयों राज और उद्धव ठाकरे के बीच दूरियां कम नहीं हो पाई है। उनके बीच की दूरियों का अहसास रविवार को बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के वक्त भी महसूस किया गया था, जब शिवसेना प्रमुख की पार्थिव देह को ले जा रहे ट्रक पर से राज ठाकरे नदारद थे। उनके इस रवैये को लेकर राजनीतिक हल्कों में काफी चर्चा भी हुई थी।

सूत्रों के अनुसर राज ठाकरे के निवास कृष्णा कुंज में रविवार सुबह मनसे कार्यकर्ताओं का हुजूम बाल ठाकरे की अंतिम यात्रा में शामिल होने के जुटा था और वे सभी मातोश्री जाना चाहते थे। परंतु उन सभी को वहां से वापस लौट जाने के लिए कहा गया। जिसके बाद लगभग 1 हजार कार्यकर्ता बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार में शामिल हुए बिना वहां से वापस लौट गए।

दोनों भाइयों के बीच बढ़ी दूरियों का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को ठाकरे की अंतिम यात्रा को बीच में छोड़ राज ठाकरे अपने घर आ गए थे। बाद में कुछ समय के लिए उस समय शिवाजी पार्क में नजर आए जब बाल ठाकरे की पार्थिव देह को अग्नि को समर्पित किया जाना था। इसके बाद सोमवार को भी वह उद्धव के साथ नजर नहीं आए, जब उनका चचेरा भाई अपने पिता बाल ठाकरे की अस्थियों को लेने शिवाजी पार्क गया था।

मनसे के एक पदाधिकारी ने कहा कि न ही हम उत्सुक है और न ही हम शिवसेना और मनसे के विलय की उम्मीद कर हैं। हम अपने मराठी मानुस के एजेंडे पर आगे बढ़ेंगे जिसके लिए हमें भारी समर्थन प्राप्त हुआ है।

दूसरी ओर, शिवसेना के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे अपने हिंदुत्व के एजेंडे पर कायम हैं। हम शिवसेना और मनसे के विलय को लेकर बहुत उत्सुक नहीं है। एक शिवेसना कार्यकर्ता ने कहा कि वे अपनी पहचान बनाए रखने के इच्छुक हैं। (मिड डे)

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.