डायबिटीज की इस दवा से इस बीमारी का भी होगा कारगर इलाज
नए शोध में पाया गया है कि यह दवा भूलने की बीमारी अल्जाइमर से भी मुकाबला कर सकती है। यह स्मृति में गिरावट को रोक सकती है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। टाइप-2 डायबिटीज के उपचार के लिए विकसित की गई एक नई दवा की दूसरी उपयोगिता भी सामने आई है। नए शोध में पाया गया है कि यह दवा भूलने की बीमारी अल्जाइमर से भी मुकाबला कर सकती है। यह स्मृति में गिरावट को रोक सकती है। ब्रिटेन की लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्रिश्चियन होल्शर ने कहा कि मूल रूप से टाइप-2 डायबिटीज के लिए तैयार की गई नई दवा अल्जाइमर तंत्रिका तंत्र संबंधी जैसे रोग के इलाज में भी प्रभावी हो सकती है। यह रोग डिमेंशिया का एक प्रकार है।
यह दवा अभी तक सिर्फ चूहों पर आजमाई गई है। इसके परिणाम उत्साहजनक पाए गए हैं। पूर्व के शोध में डायबिटीज के इलाज में काम आने वाली लिराग्लूटाइड जैसी मौजूदा दवाएं अल्जाइमर पीड़ितों में कारगर पाई जा चुकी है। नए शोध में पहली बार ट्रिपल रिसेप्टर दवा का परीक्षण किया गया। यह कई तरीकों से मस्तिष्क को कार्यक्षमता में गिरावट से बचाने में सक्षम प्रभावी गई है।
यह भी पढ़ें: आपके स्वास्थ्य के प्रति सरकार गंभीर, होने जा रहा है ये बड़ा बदलाव