आतंकी घुसने की सूचना पर जम्मू में हाई अलर्ट, जैश ने ली काकपोरा, शोपियां हमले की जिम्मेदारी
काकपोरा में सैन्य शिविर पर हमले और उसके बाद सुगन शोपियां में आइईडी धमाके की जिम्मेदारी मंगलवार को आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू में आतंकियों के दल के घुसने की खुफिया सूचना पर जम्मू में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। शहर में सुरक्षाकर्मी नाके लगाकर वाहनों की जांच करने के अलावा होटल और धर्मशाला में ठहरे लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। शहर के सभी प्रवेश द्वारों में चौकसी को बढ़ा दिया गया है। सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बंदोबस्त पुख्ता कर दिया गया।
एसएसपी जम्मू विवेक गुप्ता के अनुसार, सूचना के आधार पर जम्मू में सुरक्षा तंत्र मजबूत कर दिया गया है। समय-समय पर इस प्रकार की चेतावनी जारी होती रहती है।सूत्रों के अनुसार, खुफिया विंग मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यह चेतावनी जारी की है कि मंदिरों के शहर जम्मू में हमला करने के मकसद से आतंकियों का दल घुसपैठ कर चुका है।
आतंकी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों के अलावा धार्मिक स्थलों और राजनेताओं को भी अपना निशाना बना सकते हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए राज्य में सक्रिय सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। सीमांत क्षेत्रों में बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के अलावा सेना ने भी गश्त करनी शुरू कर दी है। पुलिस भी पूरा सहयोग दे रही है।
राज्य पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शहर के गुजर नगर, इंद्रा चौक, शहीदी चौक में औचक नाके लगाकर वाहनों की जांच की। विदित हो कि वीरवार को जम्मू के मुख्य बस अड्डे में आतंकियों के ग्रेनेड हमले में दो पुलिसकर्मियों समेत तीन लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने तरीके मुजाहिदीन आतंकी संगठन के कुछ लोगों को पकड़ा है। कुछ दिनों पहले से सेना आतंकियों को जिंदा पकडने की मुहिम चला रखी है। दूसरी और आतंकी बन गए युवाओं को भी वापस लौटने में सेना मदद कर रही है ।
आतंकियों ने एसपीओ को गोली मारी, जख्मी
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने मंगलवार को एक एसपीओ को गोली मार जख्मी कर दिया। इसके अलावा काकपोरा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से भी हमला किया। दोनों ही जगह आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद सुरक्षित भागने में कामयाब रहे। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चला रखा है।
जानकारी के अनुसार, अवंतीपोर में रेलवे पुलिस के साथ बतौर एसपीओ अटैच आकिब वगे पुत्र अब्दुल अहद वगे निवासी पंजगाम मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे पुछाल में रेलवे ट्रैक के पास खड़ा था। तभी आतंकियों ने उस पर हमला कर दिया। गोलियों की बौछार से जख्मी आकिब को जमीन पर गिरते देख आतंकियों ने उसे मरा समझा और वहां से चले गए।गोलियों की आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने आकिब को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है।
उसकी दोनों टांगों और पेट में गोलियां लगी हैं। आकिब पर हमले के करीब एक घंटे बाद काकपोरा में पुलिस स्टेशन पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया। ग्रेनेड पुलिस स्टेशन के बाहर गिरा और जोरदार धमाके के साथ फट गया। इस घटना में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।एसएसपी पुलवामा मोहम्मद असलम चौधरी ने एसपीओ के आतंकी हमले में घायल होने की पुष्टि तो की है,लेकिन काकपोरा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले से इन्कार करते हए कहा कि वहां जोरदार धमाका हुआ है। यह धमाका कैसे हुआ है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जानकारी प्राप्त होने के बाद ही बताया जा सकता है कि धमाका ग्रेनेड से हुआ है या किसी और चीज के कारण।
जैश ने ली हमले की जिम्मेदारी
काकपोरा में सैन्य शिविर पर हमले और उसके बाद सुगन शोपियां में आइईडी धमाके की जिम्मेदारी मंगलवार को आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली। स्थानीय न्यूज एजेंसी को भेजे एक बयान में जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता ने दावा किया है कि रविवार की रात काकपोरा पुलवामा में 50 आरआर के शिविर पर जैश के लड़कों ने हमला किया था। इसके बाद सोमवार की सुबह सुगन शोपियां में जैश ने ही आइईडी धमाके में सेना के एक कैस्पर वाहन को उड़ाया है।
जैश प्रवक्ता ने अपने बयान में इन दोनों हमलों में आठ सैन्यकर्मियों की मौत का दावा करते हए आने वाले दिनों में अपनी गतिविधियों में और तेजी लाने की धमकी दी है।एक पुलिस अधिकारी ने जैश के दावे के बारे में कहा कि काकपोरा और सुगन हमलों की जांच जारी है, लेकिन इन हमलों में एक ही सैन्यकर्मी शहीद हुआ है और एक नागरिक मारा गया है। आठ सैन्यकर्मियों के मारे जाने का आतंकी संगठन का दावा बेबुनियाद और झूठा है।